नई टिहरी;आरएनएसद्ध। टिहरी विधयक किशोर उपाध्याय ने बुध्वार को बीते दिवस की तड़के हुई बारिश के कारण प्रभावित नई टिहरी के क्षेत्रा का भ्रमण किया। अतिवृष्टि से हुए नुकसान को लेकर सम्बंध्ति विभागों के अध्किारियों को निर्देश दिये। बारिश से प्रभावित मोलधर की वाल्मीकि बस्ती के लोगों से मिले और उन्हें पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया। बौराड़ी स्टेडियम की बदहाली पर चिंता जताई। अतिवृष्टि से प्रभावित टिहरी नगर क्षेत्रा के भ्रमण के दौरान विधयक ने केंद्रीय विद्यालय का पुश्ता ढहने हुई स्थिति का जायजा लिया। विधयक ने कहा कि केवी का कार्य लगभग पूरा होने की की कगार पर है। पुश्ता ढहने से बनी स्थिति से निपटने को कारगर कदम उठाने के निर्देश दिये। इसके अलावा विद्यालय की जन समस्याओं में वन विभाग से सम्बंध्ति प्रकरण व पुर्नवास से सम्बंध्ति प्रकरण। जिसमें 4 हजार वर्ग मीटर भूमि विद्यालय हो हस्तांतरित होनी है। विद्यालय की चाहरीदीवारी निर्माण, आसपास के नालों का निर्माण, पेयजल की लाईनें हटाने का काम और भविष्य में विद्यालय सुरक्षित आदि बिंदुओं को लेकर भी सम्बंध्ति अध्किारियों को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये। बाल्मिकी बस्ती में पानी घुसने के चलते कुछ लोगों के चोटिल होने पर उनकी स्वास्थ्य सुविधओं की व्यवस्था की गई। बारिश के कारण यहां रहने वाले परिवारों को हुए नुकसान के आंकलन के लिए राजस्व विभाग के अध्किारियों को निर्देशित किया। बौराड़ी स्टेडियम के भ्रमण के दौरान स्टेडियम की बदहाली पर विधयक किशोर ने चिंता जताते हुए कहा कि स्टेडियम पर अब तक 6.5 करोड़ की ध्नराशि ऽर्च हो चुकी है। लेकिन स्टेडियम की दशा नहीं सुध्री है। जिसे लेकर विधयक ने पीआरडी के निदेशक व पीआरडी अध्किारियों को स्टेडियम के हालाता सुधरने के लिए निर्देश देते हुए कहा कि स्टेडियम की दशा सुधरें व नई टिहरी के आस-पास राष्ट्रीय व अंर्तराष्ट्रीय क्रीड़ा प्रतियोगितायें करने के लिए स्थान स्थापित करें।
20किमी के दायरे में रहने वाले छात्रों को नहीं मिलेगी छात्रावास सुविध
नई टिहरी;आरएनएसद्ध। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में छात्रावास सुविध 20 किमी क्षेत्रा में रहने वाले छात्रा-छात्राओं को नहीं मिलेगी। वहीं छात्रावास में 9 बजे रात सभी मोबाइल जमा कर सुबह आठ बजे वापस दिये जायेंगे। परिसर में सभी प्राध्यापकों के लिए भी ड्रेस कोड लागू किया गया है। निदेशक प्रो. पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने बताया कि, देवप्रयाग परिसर को विशिष्ट शास्त्रा अध्ययन केंद्र बनाया जा रहा हैं। जिसमें नये नियम निर्धरित किये गए हैं। छात्रावास उन्हीं छात्रों को दिया जाएगा जो नियमों का पूरा पालन करेंगे। इसके लिए उन्हें आवेदन के समय शर्त पत्रा भी भरना होगा। श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में ग्रीष्म अवकाश के बाद 16 जून से नया सत्रा शुरू होगा। परिसर के आठ भवनों में 570 छात्रा क्षमता का छात्रावास संचालित होता है। इस शिक्षण सत्रा में छात्रावास में संख्या 550 तक हो सकती है। परिसर प्रशासन ने सभी नियमों का पालन करने वाले छात्रों को ही इस बार छात्रावास सुविध देने का निर्णय लिया है। यहां सुबह 4.30 बजे से दिनचर्या शुरू हो जायेगी। प्रो. सुब्रह्मण्यम ने बताया कि, परिसर को विशिष्ट शास्त्रा अध्ययन केंद्र बनाये जाने पर यहां प्राध्यापकों को धेती या पजामा-कुर्ता तथा प्राध्यापिकाओं को सलवार-कमीज या साड़ी में रहना होगा। साप्ताहिक अवकाश शनिवार-रविवार को न होकर प्रतिपदा, अष्टमी, अमावस्या व पूर्णिमा को होंगे। जबकि छात्रावास के लिए छात्रों का चयन पूरे देश से मेरिट, अनुशासन व दूरी के आधर पर होगा। परिसर के 20 किलोमीटर दायरे में रहने वाले छात्रों को छात्रावास सुविध नहीं मिलेगी। संस्कृतनिष्ठ वातावरण के लिए परिसर में प्रत्येक छात्रा-छात्रा को अनिवार्य रुप से संस्कृत में व्यवहार करना होगा।
विधायक किशोर ने अतिवृष्टि प्रभावित नगर क्षेत्रा का जायजा लिया
