धार्मिक स्थलों पर चोरी चकारी की ग़लत गतिविधियाँ न केवल महिला श्रद्धालुओं के लिए खतरनाक हैं, बल्कि सनातन समाज के लिए भी बेह्द हानिकारक यूपी,संजय सागर सिंह। बुलन्दशहर के नरौरा धार्मिक स्थल गंगाजी राजघाट पर अपनों का पिंडदान एवं स्नान करने आये महिला पुरुष श्रद्धालुओं के मोबाइल, पैसे और अन्य क़ीमती समान चोरी होने के लगातार मामले प्रकाश में आ रहे हैं। पवित्र घाट की स्तिथि बहुत ही चिंताजनक है। धार्मिक स्थलों पर ऐसी गतिविधियाँ न केवल श्रद्धालुओं के लिए खतरनाक हैं, बल्कि सनातन समाज के लिए भी हानिकारक हैं।
इस संदर्भ में पीड़ित उपासना सिंह ने बताया कि हम अपने परिवार के साथ अपने मामाजी का पिंडदान करने आये थे। यहां के पेंट शर्ट पहने नक़ली पंडे ने पहले तो पिंड दान किया, उसके बाद अनाप सनाप पैसे मांगकर हमारा ध्यान भटका दिया और ध्यान भटकते ही नक़ली पंडे, ने अपने गैंग के साथ मिलकर हमारा मोबाइल एक पीली टीशर्ट पहने लड़के के द्वारा चोरी करा दिया और चोर को पकड़ने के बजाय सभी शातिर नक़ली पण्डे बेशर्मी से हँसकर बोले मैडम परेशान मत होइए यहां तो ये रोज़ की बात हैं, समझ लीजियेगा की आप ने मोबाइल गंगाजी में दान कर दिया। यह चोरी चकारी के काम शातिर नक़ली नक़ली पंडे, कुछ दुकानदार और बाइकर गैंग सब मिलकर करते हैं और वहीं, बहुत ही हैरत की बात यह हैं कि इतने बड़े धार्मिक घाट पर एक भी महिला या पुरुष पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। जब हम फ़ोन चोरी की शिकायत करने क़रीब एक किलोमीटर की दुरी पर बनी चौकी पर गये तो वहां कोई भी मौजूद नही था। उसके बाद हमनें दूसरे के फ़ोन से 112 नम्बर पर फोन किया तो दूसरे थाने की पुलिस घाट पर आयी लेकिन सम्बन्धित चौकी पर कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। धार्मिक स्थल गंगाजी राजघाट नरौरा की स्तिथि बेह्द चिंताजनक हैं। राजघाट पर सभी कानून व्यवस्था पूरी तरह से भंग हैं। राजघाट, नरौरा में गंगाजी के किनारे धार्मिक स्थल पर असामाजिक तत्वों की गतिविधियाँ चिंता का विषय हैं। यहां आये दिन महिलाओं से चोरियां होती रहती हैं, कोई देखने व सुनने एवं रोकने वाला नहीं हैं। पवित्र धार्मिक स्थलों पर ऐसी गतिविधियाँ न केवल श्रद्धालुओं के लिए खतरनाक हैं, बल्कि सनातन समाज के लिए भी बेह्द हानिकारक हैं। राष्ट्रहित एवं समाजहित में हमारा उत्तर प्रदेश के सीएम योगी महाराजजी से निवेदन हैं कि महिला सुरक्षा के मद्देनजर सम्पूर्ण क्षेत्र की कानून व्यवस्था का जायज़ा लेकर शातिर अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, जिससे पवित्र धार्मिक घाट पर महिलाओं की सुरक्षा का माहौल बना रहे एवं महिला श्रद्धालुओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके और पवित्र सनातनी धार्मिक स्थलों की स्वर्णिम गरिमा बनी रहे।