Breaking
Fri. Jun 13th, 2025

मानव सेवा ही सच्ची ईश्वर सेवाः स्वामी चिदानंद

ऋषिकेश; निकेतन में श्रीराम कथा के दौरान विश्व नेत्रादान दिवस भी मनाया गया। कथा मंच से लोगों को नेत्रादान के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के सामने श्रीराम कथा में विभिन्न राज्यों से आये लोगों ने ऋषिकेश की लचर ट्रैपिफक व्यवस्था पर नाराजगी जताई। मंगलवार को परमार्थ निकेतन में चल रही श्रीराम कथा में पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पहुंचे। उन्होंने कथा मंच से कहा कि हम सभी धर्म, संस्कृति व सनातन को मानने वाले लोग हैं। इसलिये हमारे आमंत्राण पत्रा पर जो देवी-देवताओं के चित्रा होते हैं, उसे इधर-उधर फेंकना नहीं चाहिए। इससे हमारे देवी देवताओं का अनादर होता है। उन्होंने षिकेश में ट्रैपिफक समस्या पर चिंता जताई और जल्द समाधन कराने का आश्वासन दिया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने विश्व नेत्रादान दिवस पर नेत्रादान के लिए श्रद्धालुओं को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि मानव सेवा ही सच्ची ईश्वर सेवा है। एक व्यक्ति द्वारा नेत्रादान दो लोगों को दृष्टि प्रदान कर सकता है, यह कितना अद्भुत, पावन और पुण्य कार्य है। नेत्रादान न केवल किसी को आंखे देता है, बल्कि उसकी आशा, आत्मनिर्भरता और पूरी जीवनदृष्टि को नया रूप देता है। नेत्रादान, शरीर त्याग के बाद भी जीवनदान देने का एक दिव्य माध्यम है। कथाव्यास संत मुरलीधर ने मां शबरी की नवध भक्ति का वर्णन किया। उन्होंने श्रदालुजनों और देशवासियों से आ“वान किया कि दृष्टि का दान केवल नेत्रा नहीं, यह भविष्य और आशा का दान है। इसके लिए सभी को जगारूक होना चाहिए।

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *