
नैनीतालl विधानसभा का सत्र कल मंगलवार से शुरू हो रहा है लेकिन हर बार की तरह यक्ष प्रश्न यही है की
उत्तराखण्ड में सोमवार के दिन तीन सालों से सत्र आहूत नहीं है। वर्तमान में सोमवार का दिन माननीय मुख्यमंत्री और संसदीय कार्य मंत्री के लिए तय है। जिनके पास राज्य के 40 के लगभग महत्वपूर्ण विभाग हैं। याने सोमवार के दिन सत्र आहूत न होने के कारण माननीय विधायकगण माननीय मुख्यमंत्री और संसदीय कार्यमंत्री जी से उनके विभागों के प्रश्न नहीं पूछ पा रहे हैं। ‘‘उत्तराखण्ड संभवतया देश का पहला राज्य होगा जहां नेता सदन याने मुख्यमंत्री और संसदीय कार्य मंत्री को सरकार विधानसभा में अपने विभागों से संबधित प्रश्नों का जबाब देने से बचा रही है। अब प्रदेश की जनता को भी बिभिन्न माध्यमों से प्रश्न करना चाहिए कि , उत्तराखण्ड की विधानसभा में सोमवार का दिन कब आयेगाविधानसभा का सत्र कल मंगलवार से शुरू हो रहा है लेकिन हर बार की तरह यक्ष प्रश्न यही है की उत्तराखण्ड में सोमवार के दिन तीन सालों से सत्र आहूत नहीं है। वर्तमान में सोमवार का दिन माननीय मुख्यमंत्री और संसदीय कार्य मंत्री के लिए तय है। जिनके पास राज्य के 40 के लगभग महत्वपूर्ण विभाग हैं। याने सोमवार के दिन सत्र आहूत न होने के कारण माननीय विधायकगण माननीय मुख्यमंत्री और संसदीय कार्यमंत्री जी से उनके विभागों के प्रश्न नहीं पूछ पा रहे हैं। ‘‘उत्तराखण्ड संभवतया देश का पहला राज्य होगा जहां नेता सदन याने मुख्यमंत्री और संसदीय कार्य मंत्री को सरकार विधानसभा में अपने विभागों से संबधित प्रश्नों का जबाब देने से बचा रही है। अब प्रदेश की जनता को भी बिभिन्न माध्यमों से प्रश्न करना चाहिए कि , उत्तराखण्ड की विधानसभा में सोमवार का दिन कब आयेगा