आज दिनांक 21.02.2025 को महाविद्यालय के सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना के दिन रात्रि शिविर के छठवें दिन समस्त स्वयंसेवियों ने अपने नियमित दिनचर्या के पश्चात प्रथम सत्र में स्थानीय देवी स्थल राज राजेश्वरी मंदिर के प्रांगण की सफाई की और अवांछित झाड़ियां की कटाई की। श्रमदान के पश्चात सामाजिक सरोकारों के संबद्ध मुद्दे ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’, ‘मद्य निषेध’, ‘पर्यावरण संरक्षण’ आदि विषयों को आधार बनाकर एक जागरूकता रैली निकाली जो शिविर स्थल से लेकर रमोली गांव और रमोली गांव से पुनः शिविर स्थल तक आयोजित की गई। कार्यक्रम के दूसरे बौद्धिक सत्र में आज महाविद्यालय में दो विशेष संवाद आयोजित किए गए। प्रथम संवाद की प्रक्रिया में स्थानीय पुलिस थाना लंबगांव के पुलिस उप निरीक्षक बाबू खान और उनकी पांच सदस्यीय टीम के साथ आयोजित की गई जिसमें अपराध और विशेषतया महिला अपराध से संबंधित अनेक कानूनों के विषय में चर्चा की गई जिसमें मुख्यतः दहेज निषेध कानून, घरेलू हिंसा, साइबर क्राइम तथा लैंगिक अपराधों के विषय में विस्तार से बताया गया जिसमें स्वयंसेवियों ने ज्ञानात्मक अभिवृद्धि के क्रम में पुलिस टीम से अनेक प्रश्न पूछे और संवाद के क्रम में अपराध को रोकने एवं उसे पुलिस के साथ सहयोगी के रूप में एक जागरूक नागरिक के रूप में अपनी भूमिका हेतु संकल्प लिया। पुलिस टीम द्वारा विभिन्न अपराधों के टोल फ्री नंबर तथा संबंधित साहित्य उपलब्ध कराए गए। दूसरा संवाद कार्यक्रम हंस फाउंडेशन का था जिसमें फाउंडेशन के स्थानीय ब्लॉक कोऑर्डिनेटर मुकेश कुमार जी से स्वयंसेवियों ने संवाद किया। मुकेश कुमार जी ने बताया कि वनाग्नि का मुख्य कारण मानव जनित है।
यदि हम छोटी- छोटी बातों का ध्यान रखें तो संभव है कि हम वन, पर्यावरण और जैव विविधता की रक्षा कर सकते हैं अन्यथा हमें इसके दूरगामी परिणाम प्राप्त होंगे। हंस फाउंडेशन प्रतिनिधि द्वारा छात्र-छात्राओं को वनाग्नि से संबंधित साहित्य उपलब्ध कराए गए तथा छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रभारी प्राचार्य डॉ.एस.के.पाण्डेय ने महिला हिंसा और समाज की प्रवृत्ति की ओर इंगित करते हुए कहा कि हमें स्त्री पुरुष की प्रकृति के अनुकूल आचरण करने हेतु प्रयास करना चाहिए, ऐसी अनेकों समस्याएं हैं जिनके लिए राज्य की मशीनरी अर्थात पुलिस और न्यायालय सुरक्षा हेतु सदैव तत्पर रहेगा साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए छात्र-छात्राओं को यहां से प्राप्त सूचना को प्रचारित करने हेतु आह्वान किया। कार्यक्रम अधिकारी अनुजा रावत ने अपने संबोधन में मित्र पुलिस की संकल्पना को आज के समय के लिए अपरिहार्य आवश्यकता बताया और कहा कि ऐसे आयोजन स्वयंसेवियों को बल प्रदान करेंगे साथ ही हंस फाउंडेशन द्वारा वनाग्नि को रोकने के लिए प्रभावी क्रियाकलाप हेतु अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रियंका डिमरी ने स्वयंसेवियों को भविष्य में पुलिस प्रशासन किस प्रकार हमारे जीवन की सुरक्षा के लिए जरूरी है इस विचार को इंगित करते हुए कहा कि हमें विधिसंवत आचरण करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन सह संयोजक राष्ट्रीय सेवा योजना बलवीर सिंह चौहान द्वारा किया गया।