क्या धामी सरकार अनिल यादव की करवाएगी जाँच. जब तक जाँच हो तब तक अनिल को पद से हटाया जायेगा…. बड़ा सवाल….अनिल यादव यूपीसीएल के एमड़ी के खिलाफ सैकड़ो पेज की शिकायत प्रमाण के साथ सचिव ऊर्जा को दी गई जैसा बॉबी ने बताया. अनिल यादव को 31 अक्टूबर को रिटायर होना था. लेकिन सरकार ने उन्हें सेवा विस्तार दे दिया. जबकि अनिल यादव पर गंभीर आरोप लगे हैं. कई मामलो मे जाँच पेंडिंग हैं. आय से अधिक सम्पति अर्जित सहित बेटे के खाते मे पैसा लेना. ट्रांसफार्मर घोटाले की जाँच…. इस सब के बाबजूद भी जीरो तालरेंस की धामी सरकार ने अनिल यादव को सेवा विस्तार दे दिया हालांकि उनके सेवा विस्तार के आदेश अभी तक सार्वजानिक नहीं हुए हैं. बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार ने एक माह पहले पीसी कर अनिल यादव पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. सौ से अधिक पेज उनके कारनामो के सामने लाये थे.. यही नहीं बॉबी ने इस सबकी जाँच के लिए सचिव ऊर्जा को भी सारे दस्तावेज मय प्रमाण के दिए गए जैसा उन्होंने बताया…. लेकिन दुर्भाग्य देखिए जिस अफसर के खिलाफ जाँच होनी थी उन्ही को सेवा विस्तार दे दिया….. और आदेश भो सार्बजनिक नहीं किए… मामला तब चर्चाओ मे अ गया जब दो रोज पूर्व बॉबी सचिव ऊर्जा से मिलने पहुचे और सेवा विस्तार आदेश की प्रति की मांग करने लगे साथ ही जो शिकायत उनके द्वारा की गई थी उस पर क्या हुआ. उसकी जानकारी मांगने लगे…. सेवा विस्तार आदेश तो मिले नहीं और नहीं शिकायत पर सचिव ने क्या किया इसका पता चला….लेकिन नया मामला बॉबी पर ही सचिव को जान से मारने की पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवा दी.. अब सवाल यह भी हैं कि यह सचिव और बॉबी का मामला नहीं हैं….. करोडो रूपए कमाने वाले एमड़ी जिन पर आरोप लगे हैं उनको बचाने का ज्यादा लग रहा हैं. उनकी जाँच न हो इसलिए यह सब ड्रामा तो नहीं रचा गया. यह बड़ा सवाल हैं… असली मुद्दा सचिव बॉबी का नहीं भ्र्ष्टाचार के आरोपी का हैं. इस सबके बीच सेवा विस्तार जाँच सब दव गए हैं. बाकि पुलिस जाँच मे सामने आएगा.. जिस तेजी से सचिवालय संघ कर्मचारी संघ सामने आ रहा हैं उससे लग रहा हैं सच कुछ और हैं.. बॉबी और सुंदरम के शोर मे उसको दबाया तो नहीं जा रहा…..