स्मैक के साथ महिला तस्कर गिरफ्तार
ऋषिकेश। नशा तस्करी में कई बार जेल की हवा खा चुकी महिला को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपी महिला को न्यायालय में पेश कर जिला कारागार देहरादून भेज दिया गया है।
कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली थी कि नई त्रिवेणी कॉलोनी निवासी महिला तस्कर फिर से सूखे नशे का कारोबार कर रही है। सूचना के आधार पर मौके पर छापेमारी कर महिला तस्कर को 12.80 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि महिला तस्कर के खिलाफ 12 से ज्यादा केस ऋषिकेश कोतवाली में दर्ज हैं और वो कई बार जेल जा चुकी है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि महिला तस्कर के खिलाफ नाबालिग बच्चों से स्मैक की डिलीवरी करवाने का मामला भी दर्ज है। महिला तस्कर के खिलाफ एनडीपीएस की धाराओं मंे मामला दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है।
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वीकेंड पर सरोवर नगरी पर्यटकों से गुलजार
नैनीताल। गर्मियां शुरू होने के साथ ही सरोवर नगरी नैनीताल में सैलानी उमड़ने लगे हैं। इस वीकेंड पर भी सरोवर नगरी में पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी तो कारोबारी भी उत्साहित हो उठे। कारोबारियों को उम्मीद है कि हिन्दू नववर्ष नौ नवंबर तथा 11 को ईद के बाद पर्यटकों की भीड़ और बढ़ेगी। वहीं मालरोड की रौनक में भी निखार नजर आ रहा है।
वीकेंड का प्रचलन करीब डेढ़ दशक पहले शुरू हुआ, जो नगर की रंगत बढ़ा जाता है और पर्यटन कारोबारियों की आय में भी खासा बढ़ोतरी कर जाता है। जिस कारण नगर के होटलों के अधिकांश कमरे पैक हो चले हैं। पार्किंग स्थल पर्यटक वाहनों से पट गई। इस बीच नगर के बाजार पर्यटकों से पटे नजर आए , पर्यटन स्थलों में पूरे दिन भारी भीड़ रही।
इस दौरान स्नोव्यू, राजभवन, चिड़ियाघर, हिमालय दर्शन व केव गार्डन में काफी चहल पहल रही। बड़ी संख्या में आवाजाही रही। सैलानियों ने झील में नौकायन का लुत्फ उठाकर सैरसपाटे को यादगार बनाया। मालरोड की रौनक में निखार नजर आया।
पर्यटकों की भीड़ से टैक्सी कारोबार भी चल पड़ा जबकि माल रोड सहित अन्य स्थानों पर रेहड़ी पटरी कारोबारियों की भी आय में बढ़ोत्तरी हुई। होटल एसोसिएशन के पीआरओ रुचिर साह के अनुसार मैदानी इलाकों में तापमान में बढ़ोत्तरी तथा स्कूलों में अवकाश के बाद पर्यटन सीजन और परवान चढ़ेगा।
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खाई में गिरी पयर्टकों की कार,दो घायल
देहरादून। देर रात चकराता त्यूनी मोटर मार्ग पर अनियंत्रित होकर पर्यटकों की एक कार गहरी खाई में जा गिरी। जिससे उसमें सवार दो लोग घायल हो गए। जिन्हे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार बीती देर रात एसडीआरएफ को चकराता थाना पुलिस से कार हादसे की सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया कि चकराता त्यूनी मोटर मार्ग पर जंगलात बैरियर के पास एक वाहन खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। जिसमें रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ टीम की आवश्यकता है। यह सूचना मिलते ही एसडीआरएफ के एएसआई सुरेश बिजल्वाण के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम आवश्यक उपकरणों के तत्काल घटनास्थल पहुंची।
जहां एसडीआरएफ की टीम रस्सियों के सहारे खाई में उतरी और दुर्घटनाग्रस्त कार तक पहुंचकर घायलों को बमुश्किल खाई से बाहर निकाला। खाई और अंधेरा होने की वजह से एसडीआरएफ के जवानों को रेस्क्यू करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बमुश्किल किसी तरह से घायलों को खाई से बाहर निकाला और एंबुलेंस के माध्यम से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। जहां पर उनका उपचार किया जा रहा है।
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चुनाव बहिष्कार करना पड़ा भारी! शांति भंग में 30 से अधिक ग्रामीणों का कटा चालान
ऋषिकेश। पौड़ी लोकसभा संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाले यमकेश्वर विधानसभा के गंगा भोगपुर मल्ला के ग्रामीणों को लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करना भारी पड़ गया। मामले में लक्ष्मण झूला थाना पुलिस ने 30 से ज्यादा लोगों का शांतिभंग के तहत चालान कर दिया। जिसके चलते गंगा भोगपुर में चुनावी माहौल गरमा गया है। राजनीतिक पार्टियां इसे द्वेष भावना के रूप में देख रही है तो विपक्षी पार्टी इसे चुनावी मुद्दा बनाकर भुनाने में जुट गई है। उधर, डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश भी की जा रही है।
गढ़वाल लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में गंगा भोगपुर मल्ला गांव है। कहने को तो यह गांव ऋषिकेश से करीब 10 किमी की दूरी पर हैॉ लेकिन विकास की दृष्टि से गांव मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित है। गंगा भोगपुर जाने के लिए ऋषिकेश से एकमात्र रास्ता है, जो बीन नदी से होकर जाता है। कई सालों से गंगा भोगपुर के ग्रामीण बीन नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। बरसात के मौसम में बीन नदी में बाढ़ आ जाती है, जिसके चलते गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से कट जाता है। लोग जान जोखिम में डालकर बरसात में नदी को पार कर ऋषिकेश आते हैं। बीन नदी में पुल बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कई बार धरना प्रदर्शन भी कियाॉ लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनकी इस मांग पर ध्यान नहीं दिया। इतना ही नहीं गंगा भोगपुर के ग्रामीण कौड़िया-किमसार मोटर मार्ग के निर्माण की मांग भी लंबे समय से करते आ रहे हैंॉ लेकिन राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क होने के कारण कौड़िया-किमसार जाने वाली सड़क का निर्माण भी नहीं हो रहा है।
इन तमाम मांगों को लेकर ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने का निर्णय लिया। जिसके बाद शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया। प्रशासन ने ग्रामीणों को मनाने की कोशिश भी की । लेकिन ग्रामीण मांगों को लेकर अड़े रहे। जिसके बाद थाना लक्ष्मणझूला पुलिस ने 33 ग्रामीणों का शांतिभंग में चालान कर दिया। पुलिस का मानना है कि उक्त ग्रामीण लोकसभा चुनाव के दौरान अन्य ग्रामीणों को मतदान करने से रोक सकते हैं, जिससे शांति व्यवस्था खराब हो सकती है। गंगा भोगपुर मल्ला के ग्रामीण काफी समय से अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगे हैं कि पार्क बनने से पहले गांव की जो सड़कें थीं, पार्क प्रशासन उसमें हस्तक्षेप न करें। पार्क को गांव की दो किमी की सीमा से दूर रखा जाए। कौड़िया-किमसार मार्ग का निर्माण किया जाए। बीन नदी पर पुल का निर्माण किया जाए। गांव में मोक्ष धाम का निर्माण किया जाए। इन तमाम मांगों को लेकर ग्रामीणों ने इस साल लोकसभा चुनाव बहिष्कार करने का निर्णय लिया था।
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दिनेश अग्रवाल कांग्रेस से छह साल के लिए निष्कासित, शनिवार को छोड़ी थी पार्टी
देहरादून। चुनाव प्रचार के दौरान भी कांग्रेस को लगातार राजनीतिक झटके लग रहे है। एक के बाद एक कांग्रेसी दिग्गज भाजपा का दामन थाम रहे है। जिससे कांग्रेसियों में हताशा और निराशा का माहोल है। जिसका प्रतिकूल प्रभाव चुवान प्रचार पर भी पड़ रहा है। उत्तराखंड कांग्रेस की अनुशासन समिति ने पूर्व मंत्री एवं पीसीसी सदस्य दिनेश अग्रवाल और नगर निगम पार्षद राजेश परमार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरादत्त जोशी ने बताया कि दिनेश अग्रवाल और राजेश परमार लंबे समय से पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं, जिसे पार्टी नेतृत्व ने गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। उन्होंने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक भी थे।जब उनसे भाजपा ज्वाइन करने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जल्द ही कुछ खबर मिलेगी। बताया जा रहा कि जल्द ही वह कार्यकर्ताओं संग भाजपा ज्वॉइन कर सकते हैं।
सोमवती अमावस्या के लिए धर्मनगरी में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
हरिद्वार। सोमवती अमावस्या सोमवार आठ अप्रैल को है। इसके चलते वीकेंड पर धर्मनगरी हरिद्वार में देश के कई राज्यों की भीड़ उमड़ रही है। रविवार को सुबह से ही भीड़ में और बेतहाशा वृद्धि हो गई। बड़ी संख्या में पर्यटकों के आगमन से यहां होटल, आश्रम और धर्मशाला सब पूरी तरह पैक हो चुके हैं। सोमवती अमावस्या को लेकर हालांकि जिला प्रशासन ने 29 जोन और 39 सेक्टर में बांटकर सोमवती अमावस्या को संपन्न करने का पूरा प्लान तैयार किया है। भारी संख्या में श्रद्धालुओें के पहुंचने से यहां वाहनों का भी भारी दबाव हो गया है। हाईवे पर सुबह से ही जाम की स्थिति बनी हुई है। यही नहीं नजीबाबाद से आने वाले वाहनों के लिए पंजाब और हरियाणा से आने वाले वाहनों के लिए अलग व्यवस्था की है। साथ ही सिडकुल क्षेत्र से आने वाले वाहनों के लिए अलग व्यवस्था की गई है । वाहनों का दबाव बढ़ने पर ऑटो विक्रम व ई रिक्शा को डायवर्ट किया जाएगा। लेकिन अभी हालात जस के तस हैं। रविवार की भीड़ ने पूरे संकेत दे दिए कि सोमवती अमावस्या के दिन यहां क्या हाल होगा । बता दें कि इस बार सोमवती अमावस्या का स्नान बहुत ही दुलर्भ संयोग के साथ पड़ा है। इंद्र योग में इस दिन स्नान, दान करने से पितृ तो प्रसन्न होते ही हैं उनका आशीर्वाद बना रहता है। अमावस्या तिथि आठ अप्रैल की सुबह तीन बजकर 31 मिनट पर शुरू होगी और इस तिथि का समापन इसी दिन मध्य रात्रि 11 बजकर 50 मिनट पर होगा।
- मनुष्य को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करते है श्रीमद् भागवत कथा के प्रेरक आख्यान
- प्राणि मात्र के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है भागवत कथा-कथा व्यास आचार्य जे.पी.सती
देहरादून के माता मंदिर रोड स्थित गणेश विहार में श्रीमती माहेश्वरी देवी मनुरी एवं उनके परिवार द्वारा 01 से 08 अप्रैल, 2024 तक आयोजित किए जा रहे श्रीमदभागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ में श्रीमदभागवत महापुराण के स्कन्धों की विषद विवेचना श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व धर्माधिकारी आचार्य पंडित जगदम्बा प्रसाद सती द्वारा की जा रही है। उन्होंने भागवत कथा श्रवण के पुण्यफल को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करने तथा प्राणी मात्र के कल्याण का मार्ग प्रशस्त्र करने की प्रेरणा देने वाला बताया है।
वास्तव में संस्कृत साहित्य एवं प्राच्य विधा के अध्येता द्वारा की जाने वाली भागवत कथा का सारामृत समाज के लिये हितकारी रहता है। वर्तमान परिवेश में कथा वाचकों की वहुतायत होने के साथ ही जगत कल्याण के इस मार्गदर्शक महान ग्रंथ की सारयुक्त व्याख्या की भी चुनौती कथा वाचकों के समक्ष रहती है।
आचार्य पं0 जगदम्बा प्रसाद सती द्वारा भागवत कथा सप्ताह के अन्तर्गत अपने सारगर्भित उद्बोधनों में भागवत के आख्यानों के साथ वेद एवं उपनिषदों में वर्णित आत्मा एवं परमात्मा के गूढ रहस्यों, समाज के प्रति मनुष्य के व्यवहार कर्तव्यों के साथ आदर्श जीवन की संकल्पना को साकार करने का भी मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। उनका मानना है कि भागवत के सभी प्रेरक आख्यान मनुष्य को आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा ही प्रदान नहीं करते बल्कि उसकी इहलोक और परलोक की यात्रा का मार्ग भी प्रशस्त करने में प्रेरणादायी रहते है।
उन्होंने कहा कि हमारी आध्यामिक परम्परा के तत्व ज्ञान ने मानवमात्र के शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा पर संकलित विचार किया है। यही नही धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की उपासना के द्वारा मानव के पूर्ण विकास का भी मार्ग प्रशस्त किया है। इससे जीवन के संघर्षों का सामना करने में भी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि हमारे महान ऋषियों की ज्ञान परम्परा हमारे तत्व ज्ञान को स्थायित्व प्रदान करने के साथ हमारी जीवन पद्धति में कर्तव्यों एवं निष्ठाओं के मध्य सामंजस्य स्थापित करने में भी इससे मदद मिलती रही है।
कथा व्यास आचार्य जगदम्बा प्रसाद सती द्वारा अपने प्रवचनों में नित्य भगवान की लीलाओं का भावपूर्ण वर्णन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता तभी सिद्ध होती है जब इसे हम अपने जीवन एवं कार्य व्यवहार में धारण कर निरंतर हरि स्मरण करते हुए अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें।
उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत कथा श्रवण से मनुष्य के जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाने पर भी ध्यान देने की बात कही। कथा श्रवण को प्राणी मात्र का कल्याण करने वाला बताते हुए उन्होंने कहा कि वास्तव में भगवान की कथा श्रवण के अवसर हर किसी को प्राप्त नहीं होते। पावन हृदय से इसका स्मरण मात्र करने पर करोड़ों पुण्यों का फल प्राप्त हो जाता है।
कथा व्यास आचार्य सती लगभग 40 वर्षों तक भगवान श्री बद्रीनाथ के मंदिर में धर्माधिकारी रहते भगवान के समक्ष प्रस्तुत कथाओं का ज्ञानामृत भी श्रोताओं को प्रदान कर रहे है। कथा श्रवण में बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों द्वारा भागीदारी की जा रही है।
इस आयोजन में श्री दीपक मनुरी, श्री गणेश मनुरी, विधायक श्री अनिल नौटियाल तथा जानकी प्रसाद कैलखुरा, श्री विश्वनाथ शास्त्री कैलखुरा, कमलेश कैलखुरा, देवेश कैलखुरा, राजेश कैलखुरा, आशीष डिमरी, रोहित डिमरी, संजय कुमार, आचार्य भगवती प्रसाद सती, चन्द्रशेखर देवली आदि की विशेष उपस्थित रही।