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Sun. Dec 22nd, 2024

To drive away the apathy of the journalists of Uttarakhand, they have to give up sycophancy and follow their own religion.

उत्तराखंड के  पत्रकारों की  उदासीनता को  भगाने के लिए स्वधर्म का पालन करने के लिए चाटुकारिता छोडकर दिखाना है

मान्यवर पत्रकार साथियों सादर अभिवादन, जी 2013 से पहले 5 ही पोर्टल सक्षम लोग सुविधाजनक स्थान पर चलते-फिरते रहे, अभाव ग्रस्त क्षेत्रों के विकास में योगदान देने के लिए पोर्टल बहुत महत्वपूर्ण है य़ह बात सभी नहीं समझ पाये, इसके लिए हमने 12 महीने तक काम करने के बाद श्री हरीश रावत जी मुख्य मंत्री बनने के बाद सुभाष रोड़ पर होटल्स मे पहली प्रेस कांफ्रेंस में उनसे विज्ञापन देने की बात हुई उन्होंने माननीय विधायकों की संस्तुति के बाद देना सुरु किए हैं।जी अब 2000 से ज्यादा लोगों की वेबसाइट हैं, जो पत्रकार अछूत समझे जाने वाले हैं वह अपने हित के लिए भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति नहीं छाप सकते हैं तो किस बात के पत्रकार हैं इस बात से सहमत हैं कि कितना डरे हुए हैं ,किस हद से डरे हुए हैं कि,,,,,,, हमने तो माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा है उसको पूरा करने के लिए मांग कर रहे हैं।जब हमने टीवी चैनल का विकल्प वेबसाइट बनाने के लिए जुलाई से अक्टूबर तक 11 बैठकों में बिचार मांगे।उस पर काम किया पत्रकार अछूत समझे जाने वाले साथियों के लिए तो खुशी होती है कि आप लोगों ने साथ दिया, मोन समर्थन किया है तो2013 से पहले 5 लोगों के वेबसाइट के साथ साथ आज हजारों पत्रकार साथियों को रोजगार उपलब्ध कराने का सौभाग्य प्राप्त बैठकों में आने वाले भाग्य शाली लोगों के सहयोग से प्राप्त हुआ है, आप लोगों की उत्तराखंड के लोगों की बुद्धि को जानने के लिए हमने सहयोग निस्वार्थ भाव से किया हैं अपना कोई लाभदायक काम नहीं किया मेरा एक्सीडेंट भी हुआ था फिर भी हमने अपने छेड़े हुए कार्य पूरा करने के लिए मान्यवर विधायकों ,विधानसभा अध्यक्ष उपाध्यक्ष को साथ लेकर चलते रहे हैं ,तब सफ़लता मिली है, इसलिए हमारे संवैधानिक अधिकार देने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया है माननीय राष्ट्रपति जी को निर्णय लेने के लिए हमे स्वधर्म का पालन करना चाहिए।आप सौभाग्यशाली हैं कि आपके पास इस तरह के कार्यक्रम को लेकर न्यूज प्रकाशित कर आने वाली पीढ़ी के लिए यादगार बनाने का काम हैं जीत मणि पैन्यूली संयोजक प्रेस महाकुंभ

इस खबर को लगा ने का कष्ट करें 

 25 ,10,2023,विजयदशमी के पावन त्योहार पर हरिद्वार हर की पौड़ी में आगामी 06 जनवरी 2024 को देश के मीडिया को उनकी मांगे हेतु एक मंच पर सक्रिय करने के लिए प्रेस महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है।

उसके निमित्त (कुम्भ की) गंगाजल कलश की पूजा जीत मणि पैन्यूली संयोजक,सम्पादक पहाड़ों की गूंज राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र और अध्यक्ष उत्तराखंड वैब मीडिया एसोसिएशन ने उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थ पुरोहित अभिषेक वशिष्ठ के द्वारा कराया गया ।

(350 से ज्यादा पत्रकार साथियों की आत्मा शांति के लिए हरिद्वार में तर्पण करते हुए जीतमणि पैन्यूली संयोजक ,अध्यक्ष उत्तराखंड वैव पोर्टल एसोसिएशन देहरादून)

इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारी एवं संपादक लपराल साप्ताहिक समाचार पत्र डा. कृपाल सिंह सरोज एवं पहाड़ी रैबार राष्ट्रीय मासिक पत्रिका के संपादक अंजू कंडारी मौजूद रहे ।इस महा कुंभ कलश को आज श्री बद्रीनाथ धाम में श्री बद्रीनाथ जी के आशीर्वाद लेकर प्रत्येक राज्यों में पत्रकारों से रूबरू,स्पर्श कराएंगे और उनको आने का निमंत्रण देंगे ।इस महाकुंभ का उद्देश्य पत्रकारों को संवैधानिक अधिकार दिलाने के साथ साथ उनके मान सम्मान बढ़ाने हेतु किया जा रहा है ।और इसकी तैयारी हमने कोरौना काल में 350 से ज्यादा पत्रकारों के बलिदान होने पर हमने महसूस किया कि इस देश में लोकतंत्र के चार स्तंभ है विधायिका का राष्ट्रपति भवन कार्यपालिका का संसद भवन न्यायपालिका का सुप्रीम कोर्ट दिखाया जाता है परंतु चौथा स्तंभ का कोई चेहरा दिखाई नहीं जाता । वह नीचे बैठकर फोटोग्राफर है जो कि लोकतंत्र का अहम हिस्सा है ।उसको अछूत समझ कर चुप होजाते है , तब 2021 में आन्दोलन करने की अनुमती नही मिल पाने से, पत्रकारों का संवैधानिक अधिकार देने के लिए अपने निवास स्थान लिखवार गांव प्रताप नगर टेहरी गढ़वाल में हिन्दी पत्रकारिता दिवस 30 मई 2021 से 5 जून तक धरना, प्रदर्शन, मौन ,व्रत से आंदोलन के किया गया, इसकी खबर पहाड़ों की गूंज में प्रकाशित होने के बाद देश के युवा वैज्ञानिक डॉक्टर शैलेंद्र कुमार विराणी मध्य प्रदेश ने माननीय सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाया गया जिसका संज्ञान सुप्रीम कोर्ट ने लिया अब यह प्रकरण मान o राष्ट्रपति के विचार अधीन है उसके बाद नवंबर 2021में अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन द्वारा 110 राष्ट्रों के वर्चुअल सम्मेलन बुलाया गया जिसमें हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भाग लिया उन्होंने मजबूत लोकतंत्र
मे मीडिया को और अधिकार देने केलिए110 राष्ट्राध्यक्ष के सामने बोलाहै, य़ह बयान झूठा नहीं है उसे पूरा करने के लिए जुनून हमे जागरूकता अभियान में चलाना है।पत्रकारों को और अधिकार देने के लिए कहा है, इसके बावजूद आज 2023 हो गया उनके द्वारा अधिकार देने की बात तो दूर है पत्रकारों का उत्पीड़न करने के लिए 48 घंटे में पत्रों को आर एन आई कार्यालय में जमा करने का आदेश 25 सितंबर2023 को दे दिए गए, जो कि व्यावहारिक नहीं है उत्तराखंड में पिथौरागढ़ का प्रकाशक, स्वामी पेपर देहरादून में यातायात के साधन न होने पर जमा नहीं कर सकता है मध्य प्रदेश में पत्रकारों का उत्पीड़न हुआ जिसका विरोध धरना देकर किया गया आज पत्रकारों को यदि संवैधानिक अधिकार नहीं दिया जाता है तो उनका प्रतारण बढ़ता ही जाएगा, इसको रोकने के लिए 06 जनवरी 2024 को प्रेस महाकुंभ का आयोजन पंत द्वीप हरिद्वार में किया जा रहा है इसमें प्रत्येक आने वाले प्रेस के साथियों का सम्मान का प्रसारण किया जाएगा उससे उनकी अंतरराष्ट्रीय पहचान मीडिया के प्रसारण में होगी और हमारी एक आवाज होने से हमारे संवैधानिक अधिकार देने का रास्ता प्रशस्त होगा, हमारी मीडिया से अपील है पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं उन चुनाव की सभाओं में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आएंगे तो उन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए सभी साथी हमारे ,हरिद्वार मे होने वाले कार्यक्रम के बारे में अपनी और से प्रकाशित करते रहे ,ताकि इस महाकुंभ से पहले प्रधानमंत्री जी आपकी सुरक्षा के लिए अधिकार देने की घोषणा कर सके आप लोगों ने अपने स्तर से प्रकाशित करने के बाद प्रधानमंत्री जी द्वारा निश्चित इसमें कार्रवाई होगी तब महाकुंभ की सफलता का एक कदम हम आगे बढ़ जाने से मिल जाएगी। (गांधी पार्क देहरादून में जीतमणि पैन्यूली संयोजक गुनगुनी ठण्ड में राम भजन कर धरना प्रदर्शन मोन व्रत करते हुए )

सादर आपका साथी जीतमणि पैन्यूली संयोजक ,अध्यक्ष उत्तराखंड वैव पोर्टल एसोसिएशन देहरादून 10/10 राजपुर रोड देहरादून 248001

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