केदारनाथ धाम के लिए हैली सेवाएं शुरू
रुद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर हुई अतिवृष्टि के चलते प्रभावित यात्रा एव बाबा के दर्शन दोबारा शुरू कराने के लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन पर गुरुवार को मौसम साफ होने के बाद हैली सेवाओं से यात्रा एव दर्शन शुरू हो गए हैं। वहीं धाम में हैली रेस्क्यू का इंतजार कर रहे 33 यात्रियों को भी एमआई 17 एव अन्य हैली सेवाओं के माध्यम से दोपहर तक रेस्क्यू कर लिया गया है।
सीईओ बीकेटीसी योगेंद्र सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में केदारनाथ धाम में रेस्क्यू एव राहत कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। गुरुवार सुबह मौसम साफ होते ही वायु सेना के एमआई 17 एव अन्य हैली सेवाओं के माध्यम से धाम में रह रहे श्रद्धालुओं को शेरसी एव चारधाम हेलीपैड पर उतारा गया। हैली सेवाओं से पर्याप्त राशन एव अन्य अनिवार्य सामग्री भी पहुंच गई है। उधर, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी के निर्देशन पर हैली सेवाओं से बाबा केदार के दर्शनों के लिए भी लोगों ने पहुंचना शुरू कर दिया है।
1500 युवाओं की विदेशों में प्लेसमेंट के लक्ष्य को दिसम्बर माह तक करें पूराः रतूडी
देहरादून। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी ने उत्तराखण्ड से 1500 युवाओं की विदेशों में प्लेसमेंट के लक्ष्य को दिसम्बर माह तक अनिवार्यताः पूरा करने के निर्देश दिये।
आज यहां उत्तराखण्ड से 1500 युवाओं की विदेशों में प्लेसमेंट के लक्ष्य को दिसम्बर माह तक अनिवार्यतः पूरा करने का निर्देश देते हुए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने राज्य के छात्रकृछात्राओं को सरकार के इस कार्यक्रम के बारे में जागरूक करते हुए कौशल विकास विभाग द्वारा संचालित कोर्सेज में प्रतिभाग के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। अभी तक सरकार के ओवरसीज प्लेसमेन्ट प्रोग्राम के तहत 23 छात्रों को केयर गिवर के रूप में जापान में प्लेसमेंट के लिए भेजा जा चुका है। इसके साथ ही 30 नर्सिंग स्टाफ का बैच 10 अगस्त तक जापान हेतु प्रशिक्षण की तैयारी शुरू करेगा। श्रीमती रतूड़ी ने युवाओं के प्रशिक्षण हेतु नए बैच शुरू करने के निर्देश दिए हैं ताकि 1500 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रक्रियाओं में तेजी आ सके। राज्य के विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों के युवाओं को अंग्रेजी भाषा की बाध्यता के कारण ओवरसीज प्लेसमेन्ट प्रोग्राम से वंचित न होना पड़े, इसके लिए सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने आईटीआई में स्पोकन इंग्लिश के र्कोर्स संचालित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने सचिवालय में सेतु (सीईटीयू) व कौशल विकास विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान सभी विभागों को कौशल विकास को फोकस में रखते हुए कार्य करने की नसीहत दी है। बैठक में जानकारी दी गई है कि राज्य के विभिन्न नर्सिंग व हॉस्पिटलिटी संस्थानों में कौशल विकास विभाग एवं सूचीबद्ध एजेंसियों द्वारा ओवरसीज प्लेसमेन्ट प्रोग्राम व छात्रों के मोबाइलिजेशन हेतु वर्कशॉप आयोजित की जा रही है। अक्टूबर में इसके लिए 10 मार्केटिंग इवेंट आयोजित किए जाएंगे। राज्य में वैश्विक स्तर के स्किल पार्क के विकास हेतु अडानी ग्रुप से बातचीत की जा रही है। राज्य में मॉडल आईटीआई के विकास के लिए आईटीई एडुकेशन सर्विसेज सिंगापुर से आरम्भिक चर्चा हो चुकी है, इस सम्बन्ध में सितम्बर तक एमओयू होने की संभावना है। टाटा टेक्नॉलोजिस द्वारा राज्य में 13 आईटीआई के अपग्रेडेशन के प्रस्ताव को वित्त विभाग द्वारा अनुमोदित कर दिया गया है तथा अब इसे नाबार्ड को भेज दिया गया है। जल्द ही इस सम्बन्ध में टाटा टेक्नॉलोजिस के साथ एमओयू होने की संभावना है। काशीपुर में जीआईटीआई में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस के विकास के सम्बन्ध में पहले पांच बैच के लिए 95 प्रतिशत प्लेसमेंट हो चुके हैं। हरिद्वार में जीआईटीआई में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस के विकास के सम्बन्ध में पहले चार बैच के 100 प्रतिशत प्लेसमेंट हो चुके हैं। इन दोनों जीआईटीआई में जल्द ही भविष्य के बैच के लिए छात्रों का मोबाइलिजेशन किया जाएगा। बैठक में वाइस चैयरमेन सेतु आयोग राजशेखर जोशी, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव सचिन कुर्वे सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
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13 महिलाएं तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित
देहरादून। उत्तराखंड सरकार हर साल तमाम क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित करती है। 8 अगस्त को वीरांगना तीलू रौतेली का जन्म हुआ था। उनकी याद में हर साल उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं और किशोरियों को जिलावार तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इसी क्रम में साल 2023-24 के लिए चयनित 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही अपने अपने क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित 13 वीरांगनाओं में गढ़वाली लोकगायन के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली डॉ माधुरी बड़थ्वाल, सामाजिक क्षेत्र में गीता गैरोला, शकुंतला दताल और रीना उनियाल, साहित्य के क्षेत्र में सोनिया आर्या, खेल के क्षेत्र में प्रीति गोस्वामी, नेहा देवली, संगीता राणा, अंकिता ध्यानी और पैरा बैडमिंटन में ननदीप कौर को सम्मानित किया गया। इसी तरह साहसिक कार्य के लिए विनीता देवी, हस्तशिल्प के क्षेत्र में नर्मदा देवी रावत के साथ ही विज्ञान के क्षेत्र में सुधा पाल को वित्तीय वर्ष 2023-24 के तहत तीलू रौतेली पुरस्कार से समानित किया गया।
चोरी के 16 दुपहिया वाहनो सहित एक शातिर ऑटोलिफ्टर गिरफ्तार
उधमसिंहनगर। दुपहिया वाहन चोरी मामलों का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक शातिर आटोलिफ्टर को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से चुराये गये 16 दुपहिया वाहन बरामद किये गये है। आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है जो पहले भी दुपाहिया वाहन चोरी मामलों में जेल जा चुका है।
जानकारी के अनुसार बीती 6 अगस्त को हर्षपाल सिह पुत्र दर्शन सिह निवासी ग्राम कैलाशपुर द्वारा थान गदरपुर में तहरीर देकर बताया गया था कि उनकी बाइक किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा चोरी कर ली गयी है। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चोर की तलाश शुरू कर दी गयी। चोरों की तलाश में जुटी पुलिस टीमों द्वारा कड़ी मशक्कत व एक सूचना के बाद बीते रोज लगडाभोज दिनेशपुर मोड के पास से दीपक उर्फ साबी पुत्र दर्शन सिंह निवासी ग्राम रम्पुरा कुण्डेश्वरी थाना काशीपुर हाँल निवासी कुलवंत नगर जिला ऊधम सिंह को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से चुरायी गयी बाइक बरामद की गयी। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसकी निशानदेही पर चीनी मील के जंगल में झाडियों व पेड की आड मे चोरी की गयी 14 अन्य मोटरसाईकिले तथा 1 स्कूटी सहित कुल 16 दोपहिया वाहन भी बरामद किये गये। जिसके विषय मे पूछताछ करने पर उसने बताया कि यह मोटरसाइकिलें उसने गदरपुर, मैन बाजार, तेजा फौजा, महतोष सूरजपुर से चोरी की गयी थी। पुलिस के अनुसार आरोपी दीपक उर्फ साबी प्रायः हाट बाजार एवं गली मोहल्लो मे कमजोर लाक एवं बिना लाक लगी मोटर साईकिलो को टारगेट करके उन मोटरसाईकिलो को चोरी कर गाँव देहातो मे औने पौने दामो मे बेचता है। आरोपी दीपक उर्फ साबी एक अभ्यस्त वाहन चोर है जिसके विरूद्ध जनपद के विभिन्न थानो मे वाहन चोरी के मुकदमें दर्ज है। दीपक उर्फ साबी के खिलाफ पूर्व में गैंगस्टर अधिनियम के तहत भी मुकदमा दर्ज है।
नाबालिग को भगा ले जाने व दुष्कर्म का आरोपी मात्र 9 घंटो में गिरफ्तार
टिहरी। नाबालिग को बहला फुसला कर भगा ले जाने व दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने मात्र नौ घंटो में गिरफ्तार कर लिया है। जिसके कब्जे से नाबालिग सकुशल बरामद की गयी है।
जानकारी के अनुसार बीते रोज थाना मुनि की रेती पर धीरज सिंह (काल्पनिक नाम) पुत्र जीत सिंह निवासी 14 बीघा, थाना मुनि की रेती, टिहरी गढ़वाल द्वारा अपनी नाबालिग पुत्री (13) को अज्ञात आरोपी द्वारा बहला फुसलाकर भाग ले जाने व अपहरण करने के सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज कराया गया था। मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस टीमों द्वारा तत्काल आरोपी की तलाश शुरू कर दी गयी। आरोपी की तलाश मेें जुटी पुलिस टीमों को कड़ी मशक्कत के बाद पता चला कि वह नाबालिग बालिका बीते रोज करीब 11 बजे एक अज्ञात व्यक्ति के साथ बाइक पर बैठ कर कहीं जा रही है। जिस पर पुलिस ने बाइक सवार व्यक्ति के बारे में छानबीन शुरू कर दी। जानकारी में सामने आया कि उस व्यक्ति का नाम रविंद्र मिश्रा पुत्र गुप्तेश्वर मिश्रा निवासी शिवाजीनगर गली न 34, ऋषिकेश, देहरादून है। जो अपने घर से फरार चल रहा है। जिसे पुलिस ने बीती रात कुष्ठ आश्रम रोड मुनि की रेती’ से गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से नाबालिग को बरामद किया गया है। नाबालिग से पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने उसके साथ होटल के कमरे में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। बहरहाल पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
अन्तर्राज्जीय साइबर फ्राड गिरोह का भंडाफोड़, 8 गिरफ्तार
देहरादून। अंर्तराज्जीय साइबर प्रफाड गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने आठ साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों द्वारा स्वंय को इंटरनेशनल एन्टी हैकिंग डिपार्टमेंट का वरिष्ठ अधिकारी बताकर यू.एस.ए. तथा कनाडा के नागरिको के साथ स्कैम किया जा रहा था। जिनके कब्जे से 81 लैपटॉप, 42 मोबाइल फोन, 29 डेस्कटॉप, 5 वाईकृफाई राऊटर व अन्य उपकरण बरामद हुए है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि बीते रोज थाना राजपुर पुलिस को सूचना मिली कि राजपुर क्षेत्र आईटी पार्क के पास स्थित सायनोटेक बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालित किया जा रहा है तथा उक्त कॉल सेंटर से विदेशी लोगों के साथ ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने बीती रात आई.टी. पार्क में चल रहे उक्त कॉल सेन्टर (ग्लोबल टेक एनर्जी सॉल्यूशन) पर दबिश दी गई तो मौके पर लगभग 100 केबिन का एक कॉल सेन्टर का संचालन किया जा रहा था, जहां पर अलगकृअलग कैबिनो में बैठे युवकध्युवतियो द्वारा सिस्टमो के माध्यम से कॉले अटैण्ड की जा रही थी, जो स्वंय को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का प्रतिनिधि बताकर लोगो से उनके कम्पयूटर सिस्टम से हैकिंग हटाने के नाम पर उनके बैंक खातो की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। मौके पर पुलिस द्वारा उक्त कॉल सेन्टर संचालित कर रहे 8 लोगो को हिरासत में लिया गया। जिन्होने पूछताछ में अपना नाम मीहिर आश्विन भाई पटेल पुत्र आश्विन भाई पटेल, ललित उर्फ रोडी पुत्र अशोक कुमार, आमीर सुहेल पुत्र अब्दुल वाहब, मनोज मीरपुरी पुत्र चन्दू, अंकित सिंह पुत्र अशोक कुमार सिंह, कौशिक जाना पुत्र विकास जाना, शिवम दुबे पुत्र अश्विन कुमार दुबे व गोस्वामी हेत भारती पुत्र राजेश भाई बताया। मुख्य आरोपी मिहिर अश्वनी भाई व ललित उर्फ रोडी द्वारा बताया कि उनके द्वारा उक्त फर्जी कॉल सेन्टर संचालित किया जा रहा है, जिसमें वे लोग यू.एस.ए. व कनाडा के लोगो को टारगेट करते है, उनके द्वारा लोगो से सम्पर्क कर स्वंय को इंटरनेशनल एन्टी हैकिंग एजेन्सी का अधिकारी बताकर उनके कम्प्यूटर सिस्टम के हैक होने तथा किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा उसका एक्सेस प्राप्त कर इस्तेमाल किये जाने की जानकारी दी जाती है तथा उसे ठीक करने के लिये उन्हें पॉप अप मैसेज के माध्यम से उनके सिस्टमों का एक्सेस प्राप्त किया जाता है तथा उनके सिस्टमों का कन्ट्रोल लेकर उनके बैक खाते से एनटीहैकिग सर्विस के नाम पर स्कैम किया जाता है। उक्त पॉप अप मैसेजो को उनकी एक अन्य टीम, जो यू.एस.ए. में है, के द्वारा भेजा जाता है तथा उक्त टीम द्वारा ही पॉप अप कैम्पेन को रन करते हुए पैसो के लेनकृदेन का हिसाब रखा जाता है। जिनके कब्जे से 81लैपटॉप, 42 मोबाइल फोन, 106 लैपटॉप चार्जर, 126 माउस सहित अन्य कई सामान बरामद किये गये है।आगे पढ़ें
केदारनाथ धाम मार्ग में फंसे पशुओं को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया
रुद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ धाम मार्ग पर हुई विनाशकारी बादल फटने की घटना के बाद पशुपालन विभाग द्वारा पशु क्रूरता निवारण समिति और पीपल फॉर एनिमल्स उत्तराखंड के साथ मिलकर प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किए गए हैं।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि अतिवृष्टि के कारण आपातकालीन स्थिति के बादअब तक नागरिकों तथा पशु कल्याण संगठनों की मदद से हजारों पशुओं की जान बचाई जा चुकी है। कहा कि पीपल फॉर एनिमल्स उत्तराखंड द्वारा वर्ष 2013 की भांति यात्रा मार्ग में फंसे हुए पशुओं को अविमुक्त करने के कार्य में सराहनीय सहयोग प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केदारघाटी में आपातकालीन निकासी हेतु हजारों यात्रियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकाला गया। हालांकि मार्ग में कई घोड़े फंसे हुए हैं इनमें विशेष रूप से जंगलचट्टी और लिनचोली जैसे स्थानों पर टूटे हुए मार्ग के कारण घोड़े उन स्थानों से निकलने में साक्षर हैं। पशुपालन विभाग ने पशु क्रूरता निवारण समिति और पीपल फाॅर एनिमल्स उत्तराखंड के साथ मिलकर उक्त स्थानों पर भोजन-चारा की व्यवस्था की है, जिससे सड़कों के साफ होने तक पशुओं को पर्याप्त भोजन उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के बाद भीमबली पुलिस चैकी पर चैकी प्रभारी यशपाल रावत के सहयोग से रामबाड़ा में नदी पार पुराने रास्ते की ओर फंसे हुए घोड़ों को पीपल फाॅर एनिमल्स की रेस्क्यू टीम द्वारा सफलता पूर्वक रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है।
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने बहादुरी और सहृदय का परिचय देते हुए ऐसे स्थान से घोड़ों को अवमुक्त किया जहां वो कई दिनों से बिना भोजन के फंसे हुए थे। इन जानवरों के मालिकों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में अपने घोड़ों का संचालन पुनः कर सकें और साथ ही उन्हें जंगल के रास्ते से सुरक्षित स्थान पर ले जा सकें।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि केदारनाथ के दूसरे हिस्से में फंसे पशुओं को बचाव दल द्वारा समीप ही बुग्याल की ओर ले जाया जा रहा है, जहां उन्हें उनके मालिकों के आने तक अथवा सड़क साफ होने तक पर्याप्त भोजन मिल सकेगा। इसके साथ ही सभी घायल घोड़ों को पशुपालन विभाग और पीएफए की संयुक्त टीम के द्वारा चिकित्सीय सहायता भी प्रदान की जा रही है ताकि उनका शीघ्र स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि अब तक एक हजार से अधिक फंसे हुए घोड़े-खच्चरों को सुरक्षित स्थानों तक ले जाया गया है। इसके अतिरिक्त 3 हजार से अधिक घोड़े-खच्चरों को चारा उपलब्ध कराया गया है।
पशु क्रूरता निवारण समिति और पीपल फाॅर एनिमल्स उत्तराखंड फंसे हुए घोड़ों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है तथा उनकी सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों के साथ प्रयासरत है। बताया कि प्रभावित जानवरों की निरंतर निगरानी व सहायता प्रदान की जा रही है। साथ ही किसी भी स्थान पर घोड़े फंसे होने की सूचना उपलब्ध कराने हेतु हेल्पलाइन नंबर-8445356388 भी जारी किया गया है।
शासन ने किये 8 जिलों के आबकारी अधिकारियों के तबादले
देहरादून। शासन ने आबकारी विभाग में बड़ा फेरबदल करते हुए आठ जिलों के आबकारी अधिकारियों के तबादले कर दिये गये है।
प्रमुख सचिव एल फैनई द्वारा जारी आदेश के अनुसार देहरादून के जिला आबकारी अधिकारी राजीव चैहान को इसी पद पर उत्तरकाशी भेजा गया है। उनके स्थान पर टिहरी में तैनात कैलाश चंद बिंजोला को देहरादून लाया गया है। रुद्रप्रयाग में तैनात लक्ष्मण सिंह को जिला आबकारी अधिकारी टिहरी का दायित्व सौंपा गया है। बागेश्वर में तैनात मीनाक्षी टम्टा को जिला आबकारी अधिकारी नैनीताल का पदभार सौंपा गया है। वहीं नैनीताल में तैनात नाथूराम जोशी को जिला आबकारी अधिकारी ऊधम सिंह नगर बनाया गया है। सहायक आबकारी आयुक्त रमेश चंद्र बंगवाल को जिला आबकारी अधिकारी रुद्रप्रयाग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। सहायक आबकारी आयुक्त हरीश चंद्र कुमार को जिला आबकारी अधिकारी बागेश्वर और प्रभारी आबकारी अधिकारी पिथौरागढ़ का पदभार देख रहे हरीश जोशी को जिला आबकारी अधिकारी पिथौरागढ़ के रूप में तैनाती दी गई है।
इसके साथ ही उप आबकारी आयुक्त विवेक सोनकिया को उप आबकारी आयुक्त परिक्षेत्र ऊधम सिंह नगर, नैनीताल का जिम्मा सौंपा गया है। जिला आबकारी अधिकारी उत्तरकाशी संजय कुमार को सहायक आबकारी आयुक्त कुमाऊं मंडल के रूप में तैनाती दी है
केदारनाथ धाम मार्ग में फंसे पशुओं को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया
रुद्रप्रयाग। श्री केदारनाथ धाम मार्ग पर हुई विनाशकारी बादल फटने की घटना के बाद पशुपालन विभाग द्वारा पशु क्रूरता निवारण समिति और पीपल फॉर एनिमल्स उत्तराखंड के साथ मिलकर प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किए गए हैं।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि अतिवृष्टि के कारण आपातकालीन स्थिति के बादअब तक नागरिकों तथा पशु कल्याण संगठनों की मदद से हजारों पशुओं की जान बचाई जा चुकी है। कहा कि पीपल फॉर एनिमल्स उत्तराखंड द्वारा वर्ष 2013 की भांति यात्रा मार्ग में फंसे हुए पशुओं को अविमुक्त करने के कार्य में सराहनीय सहयोग प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केदारघाटी में आपातकालीन निकासी हेतु हजारों यात्रियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकाला गया। हालांकि मार्ग में कई घोड़े फंसे हुए हैं इनमें विशेष रूप से जंगलचट्टी और लिनचोली जैसे स्थानों पर टूटे हुए मार्ग के कारण घोड़े उन स्थानों से निकलने में साक्षर हैं। पशुपालन विभाग ने पशु क्रूरता निवारण समिति और पीपल फाॅर एनिमल्स उत्तराखंड के साथ मिलकर उक्त स्थानों पर भोजन-चारा की व्यवस्था की है, जिससे सड़कों के साफ होने तक पशुओं को पर्याप्त भोजन उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के बाद भीमबली पुलिस चैकी पर चैकी प्रभारी यशपाल रावत के सहयोग से रामबाड़ा में नदी पार पुराने रास्ते की ओर फंसे हुए घोड़ों को पीपल फाॅर एनिमल्स की रेस्क्यू टीम द्वारा सफलता पूर्वक रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है।
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने बहादुरी और सहृदय का परिचय देते हुए ऐसे स्थान से घोड़ों को अवमुक्त किया जहां वो कई दिनों से बिना भोजन के फंसे हुए थे। इन जानवरों के मालिकों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में अपने घोड़ों का संचालन पुनः कर सकें और साथ ही उन्हें जंगल के रास्ते से सुरक्षित स्थान पर ले जा सकें।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि केदारनाथ के दूसरे हिस्से में फंसे पशुओं को बचाव दल द्वारा समीप ही बुग्याल की ओर ले जाया जा रहा है, जहां उन्हें उनके मालिकों के आने तक अथवा सड़क साफ होने तक पर्याप्त भोजन मिल सकेगा। इसके साथ ही सभी घायल घोड़ों को पशुपालन विभाग और पीएफए की संयुक्त टीम के द्वारा चिकित्सीय सहायता भी प्रदान की जा रही है ताकि उनका शीघ्र स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि अब तक एक हजार से अधिक फंसे हुए घोड़े-खच्चरों को सुरक्षित स्थानों तक ले जाया गया है। इसके अतिरिक्त 3 हजार से अधिक घोड़े-खच्चरों को चारा उपलब्ध कराया गया है।
पशु क्रूरता निवारण समिति और पीपल फाॅर एनिमल्स उत्तराखंड फंसे हुए घोड़ों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है तथा उनकी सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों के साथ प्रयासरत है।
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राज्यसभा में नरेश बंसल ने एम्स ऋषिकेश के विस्तारीकरण की उठाई मांग
देहरादून। उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने सदन में एम्स ऋषिकेश के विस्तार की योजना बनाने की मांग उठाई है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि एम्स ऋषिकेश कुमाऊं, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा और हिमाचल को मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवा रहा है, जिससे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में एम्स ऋषिकेश पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा देने के लिए नर्सिंग स्टाफ बढ़ाने की आवश्यकता है, इसलिए एम्स ऋषिकेश के विस्तारीकरण की अनुमति दी जाए सांसद नरेश बंसल ने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार के समय हमें एम्स ऋषिकेश मिला था। एम्स ऋषिकेश की नींव 2 फरवरी 2004 को सुषमा स्वराज ने रखी थी। एम्स ऋषिकेश आज राज्य के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। एम्स ऋषिकेश में 27 मई 2013 से ओपीड़ी की सुविधा शुरूआत की गई। 30 दिसंबर 2013 में आईपीडी की सुविधा और 2 जून 2014 से सर्जरी की सुविधा शुरूआत की गई, जिससे यहां पर अन्य राज्यों के मरीजों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। एम्स ऋषिकेश में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए एम्स के डॉक्टर प्रत्येक अवसर पर दृढ़ संकल्पित नजर आए। वर्तमान में विभिन्न पाठ्यक्रम में 1030 छात्र-छात्राएं हैं और 51 विशेष क्लिनिक जोड़े गए हैं। 2013 में 200 बिस्तर वाले आंतरिक रोगी सुविधा की अब 960 बिस्तर की गई है।