उत्तराखंड को स्वस्थ्य रखने, बेरोजगारी, पलायन रोकने के लिए सर्वोच्च गुणकारी काली हल्दी लगाने के लिए सरकार,अधिकारियों की इच्छा शक्ति होनी चाहिए ,पहाड़ों की गूँज राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र का कहना है कि य़ह योजना लागू करने के बाद ,प्राप्त होने वाली आय के सामने सरकारी G20 सम्मेलन बुलाने की ज़रूरत नहीं होगी -जीतमणि पैन्यूली सम्पादक
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अनेक रियासतों को भारत संघ में एकीकृत करने में अहम भूमिका निभाई। भारत की आजादी में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने प्रभु बदरी विशाल जी की प्रतिमा और प्रदेश में उत्पादित श्रीअन्न से बने उत्पाद उपहार स्वरूप प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन संबंधी विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की।
भेंट के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनपद हरिद्वार के असिंचित क्षेत्रों हेतु गंग नहर से 665 क्यूसेक जल सिंचाई हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने का पुनः अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जनपद हरिद्वार के तीन विकासखण्डों के 74 गांवों की 18280 हैक्टेयर असिंचित भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान करने हेतु 35 कि0मी0 लम्बी इकबालपुर नहर प्रणाली तथा कनखल एवं जगजीतपुर नहर की क्षमता विस्तार किया जाना प्रस्तावित है। प्रश्नगत क्षेत्र में सिंचाई हेतु कोई नदी व अन्य जल श्रोत उपलब्ध नही हैं। जिस कारण गंग नहर से 665 क्यूसेक पानी उत्तराखण्ड को दिया जाना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधीक्षण अभियन्ता गंग नहर संचालन मण्डल, उ०प्र०. सिं०वि०, मेरठ द्वारा गंग नहर से 665 क्यूसेक जल मात्र खरीफ फसल हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रारम्भिक फिजीबिलिटी रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी एवं फिजीबिलिटी रिपोर्ट में अवगत कराया गया था कि 665 क्यूसेक जल खरीफ फसल हेतु उपलब्ध कराया जा सकता है, और रबी की फसल की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य द्वारा टिहरी बाँध से मिलने वाले 4879 क्यूसेक अतिरिक्त जल में से 665 क्यूसेक जल की मांग की गयी है, वह न्यूनतम एवं औचित्यपूर्ण है, जो टिहरी बाँध से उपलब्ध होने वाले अतिरिक्त जल का 13.5 प्रतिशत मात्र है तथा उत्तर प्रदेश की प्रस्तावित उपयोगिता 4000 क्यूसेक जल के पश्चात् अवशेष उपलब्ध जल से भी कम है, जिस पर सहमति उ०प्र० शासन स्तर पर लम्बित है। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखण्ड राज्य की प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं हेतु 665 क्यूसेक पानी की आपूर्ति उत्तरी गंग नहर से किये जाने के सम्बन्ध में स्वीकृति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के दौरान उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश राज्य के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन के सम्बन्ध में भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद हरिद्वार में सिंचाई विभाग की 615.836 है0 भूमि एवं 348 सं0 आवासीय भवन तथा 167 सं० अनावासीय भवन उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण किये जाने हेतु दोनो मुख्य सचिवों द्वारा संयुक्त सहमति व्यक्त की गयी है। इसी प्रकार ‘‘जनपद ऊधमसिंहनगर की कुल 332.74 है भूमि में से 322.00 है० नानक सागर बांध डूब क्षेत्र की भूमि से उत्तराखण्ड राज्य के सहयोग से अतिक्रमण हटाये जाने तथा अवशेष 10.748 है0 भूमि उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने के संबंध में शीध्र निर्णय लिये जाने की अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनो राज्यों के अधिकारियों द्वारा बनबसा स्थित भूमि का पुनः सर्वेक्षण कर कन्दूर मैप एवं प्लान तैयार कर लिया गया है तथा उस पर विभिन्न प्रकार की भूमि का अंकन भी कर लिया गया है। सिंचाई विभाग उत्तराखण्ड के अधिकारियों द्वार कुल 1410.55 है भूमि में से 162.05 80 भूमि को हस्तान्तरण हेतु उपयुक्त पाया गया है। इन सभी बिन्दुओं पर दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ हुई बैठक में सैद्धान्तिक सहमति प्राप्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि जिन परिसम्पत्तियों के उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण पर सहमति हो गयी है, उनके हस्तान्तरण के लिये शीघ्र शासनादेश निर्गत किया जाये।
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लखनऊ-देहरादून के मध्य वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का अनुरोध, मुख्यमंत्री शीघ्र करेंगे रेल मंत्री से वार्ता
-लखनऊ में पर्वतीय महापरिषद, लखनऊ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से भेंट कर किया अनुरोध
देहरादून। लखनऊ में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से पर्वतीय महापरिषद, लखनऊ के पदाधिकारियों ने मुलाकात कर लखनऊ-देहरादून के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे शीघ्र इस मामले में रेल मंत्री से वार्ता करेंगे।
पर्वतीय महापरिषद, लखनऊ के अध्यक्ष गणेश चंद्र जोशी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लखनऊ में पदाधिकारियों ने भेंट कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध किया गया कि लखनऊ सहित पूर्वी एवं मध्य उत्तर प्रदेश के जिलों में देहरादून(उत्तराखंड) के लाखों लोग रहते हैं। ऐसे में इन तमाम लोगों को लखनऊ से देहरादून, उत्तराखण्ड जाने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। अतः लखनऊ-देहरादून के मध्य वंदे भारत ट्रेन का संचालन किया जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने उक्त लोगों को आश्वस्त किया कि वह शीघ्र इसे लेकर रेल मंत्री जी से भेंट करेंगे और इन दोनों शहरों के मध्य वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का अनुरोध करेंगे।
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मुख्यमंत्री ने लखनऊ में किया उत्तराखंड महोत्सव का शुभारंभ*
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को लखनऊ में उत्तराखंड महापरिषद द्वारा आयोजित उत्तराखंड महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों को अपनी संस्कृति को जानने तथा इसे देश व दुनिया तक पहुंचाने का बेहतरीन माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड महोत्सव जैसे आयोजन हमारी लोक विरासत को संरक्षण प्रदान करने के साथ ही आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रही है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह उत्तराखंड महोत्सव, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का भी कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे महोत्सवों के आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि पूरे देश का भी सांस्कृतिक वैभव बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने हाल ही में लंदन, दुबई, अबू धाबी के दौरे के दौरान उन्होंने देखा कि हमारे भारतीय और विशेष रूप से उत्तराखंडी लोग आज भी अपनी संस्कृति, अपनी सभ्यता को नहीं भूले हैं। वे लोग विदेशी जमीन पर रहकर भी भारतीय संस्कृति और परंपराओं को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। लंदन और दुबई में उत्तराखंडी भाई-बहनों से मिलकर एक पल के लिए लगा कि वे उत्तराखंड में ही हैं। ऐसा ही अनुभव उन्हें लखनऊ आकर भी हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दौर में अपनी संस्कृति एवं परंपराओं को सहेजना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि अपनी माटी, अपनी संस्कृति और अपनी परंपरा से कटा व्यक्ति त्रिशंकु की भांति न इधर का रहता है और न ऊधर का। इसलिए यदि हमें आगे बढ़ना है तो अपनी परंपराओं और संस्कृति से जुड़े रहना होगा। उन्होंने लखनऊ में निवासरत उत्तराखंडवासियों से अपील की कि वे अपने-अपने गांव में वर्ष में एक या दो बार अवश्य आएं। इससे हमारी भावी पीढ़ी उत्तराखंड की परंपराओं से परिचित तो होगी ही, उत्तराखंड की संस्कृति और लोक परंपराओं को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड की डबल इंजन की सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास को सार्थक करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार ने उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प की पूर्ति हेतु हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्यों की एक नई श्रृंखला स्थापित करने का कार्य किया है। प्रधानमंत्री जी से प्रेरणा पाकर और उनके ही मार्गदर्शन में, उत्तराखंड में विकास के एक नए युग का सूत्रपात हो चुका है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हम पर दिखाए गए इस विश्वास को हम अवश्य ही साकार करेंगे। इसके लिए हमारी सरकार निरंतर, पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य कर रही है। हमने ऐसे मुद्दों का निस्तारण करने का प्रयास किया है, जिन्हें पूर्व की सरकारों ने दरकिनार कर दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने उत्तराखंड में सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए लगभग 33 सौ एकड़ सरकारी जमीन मुक्त करवाई है। इसके साथ-साथ जहां एक ओर हम ’’धर्मांतरण और लव जेहाद’’ के खिलाफ कठोर कानून लेकर आए वहीं हम ’’समान नागरिक संहिता’’ भी प्रदेश में जल्द ही लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। उत्तराखंड में हमने देश का सबसे सख्त ’’नकल विरोधी कानून’’ भी लागू किया है, जिसके लागू होने के बाद आज हमारे युवा प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्साह के साथ प्रतिभाग कर रहे हैं और अपनी योग्यता के अनुसार सफलता अर्जित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार समाज के अंतिम छोर में रहने वाले हर व्यक्ति के हित में कार्य कर रही है। यह हमारा ’’विकल्प रहित संकल्प’’ भी है। उन्होंने इस अवसर पर सभी से अपील भी की कि आप जहां भी जाएं, जहां भी रहें, अपनी लोक संस्कृति का प्रचार-प्रसार अवश्य करें और देवभूमि की महानता के बारें में लोगों को अवगत कराएं, क्योंकि आप सभी उत्तराखंड के ’’ब्रांड एंबेसडर’’ हैं। उन्होंने सभी से उत्तराखण्ड के समग्र विकास के पावन पुनीत लक्ष्य को पूरा करने में अपना सहयोग प्रदान करने की भी अपेक्षा की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उत्तराखण्ड से लखनऊ के लिए अतिरिक्त रेल सेवा संचालित किये जाने के लिए शीघ्र ही रेल मंत्री से वार्ता करने का भी आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ मे उन्होंने अपना छात्र जीवन गुजारा है, जब भी वे लखनऊ आते है तो ऐसा लगता है कि अपने ही शहर में दोबारा आए हैं। उन्होंने इस अवसर पर उत्तराखण्ड महापरिषद (पूर्व कुमाऊँ परिषद) के संस्थापक अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री रहे भारत रत्न प. गोविन्द बल्लभ पंत, स्व. दयाकृष्ण जोशी, स्व. श्री मेजर हयात सिंह, स्व. श्री नारायण दत्त तिवारी को भी नमन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पूरन सिंह जीना की पुस्तक सतरंगी का विमोचन करते हुए चन्दन सिंह मेहरा एवं सत्यप्रकाश जोशी को उत्तराखण्ड महापरिषद के हीरक जयंती सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री ब्रिजेश सिंह, महापौर लखनऊ श्रीमती सुषमा खर्कवाल, उत्तराखंड महापरिषद के पदाधिकारी दीवान सिंह अधिकारी, देवेन्द्र सिंह बिष्ट सहित बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के प्रवासी जन उपस्थित थे।
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राजभवन सूचना परिसर, उत्तराखण्ड
प्रेस विज्ञप्ति
राजभवन देहरादून 30 अक्टूबर, 2023
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने हरिद्वार जिले की मंगलौर विधानसभा से विधायक श्री सरवत करीम अंसारी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है।
*राज्यपाल ने राष्ट्रीय एकता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।*
राजभवन देहरादून 30 अक्टूबर, 2023
सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती पर उन्हें स्मरण करते हुए राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि वे राष्ट्रीय एकता के प्रणेता थे। भारत की बहुत सी छोटी बड़ी देशी रियासतों को भारतीय गणराज्य में मिलाने का कार्य सरदार पटेल के प्रयासों से ही संभव हो सका। राज्यपाल ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के निर्माण में लौहपुरुष सरदार पटेल का योगदान व देश कीq एकता,अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने का संकल्प हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
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दिनांक 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक चले 03 दिवसीय उपवा दिवाली मेले का राज्यपाल की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ भव्य समापन
समापन समारोह के दौरान राज्यपाल द्वारा किया गया उपवा मैगजीन का अनावरण।
नीट/जेईई में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिस परिवार के बच्चों को किया सम्मानित।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित कलाकारों द्वारा अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से बांधा समा।
राजभवन देहरादून 30 अक्टूबर, 2023
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने पुलिस लाइन देहरादून में आयोजित किये गये उपवा दिवाली मेले का समापन किया। इस दौरान उन्होंने उपवा दिवाली मेले में आयोजित किये गये सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा पुलिस परिजनों के लिए आयोजित लकी ड्रा प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरस्कृत किया। समापन समारोह के दौरान राज्यपाल द्वारा उत्तराखंड पुलिस वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई देते हुए पुलिस परिजनों के कल्याणार्थ उपवा द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। इस दौरान राज्यपाल द्वारा उपवा मैगजीन की लांचिंग की गयी तथा नीट और जेईई में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिस परिवार के 05 बच्चों को राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य के लिये अपनी शुभकामनाएं दी गई।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उपवा द्वारा पुलिस परिवार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं प्रशिक्षण हेतु कार्य किया जा रहा है जो सराहनीय है। विभिन्न कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से 22 महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। उपवा परिवार की महिलाओं द्वारा स्टॉल में जो उत्पाद तैयार किए गए हैं वह उत्कृष्ट हैं उनके विक्रय हेतु इस मेले के माध्यम से मंच दिया गया है वह सराहनीय है। राज्यपाल ने कहा कि पुलिस परिवार की महिलाओं को प्रशिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं वह उन्हें सशक्त बनाने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि उपवा के माध्यम से पुलिस परिवारों के मध्य होने वाली परेशानियों को साझा करने एवं उनका हल निकालने का भी प्रयास किया गया है। इस दौरान उन्होंने मेले में लगे विभिन्न जनपदों के स्टॉलों का भ्रमण किया।
कार्यक्रम के दौरान इण्डियन आइडल फेम बॉलीवुड सिंगर कपिल थापा तथा अन्य कलाकारों द्वारा अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से उपस्थित दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
उपवा दिवाली मेले के दौरान विभिन्न जनपद/वाहिनियों द्वारा लगाये स्टालों में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले जनपद/वाहिनियों तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीमों के विजेताओं को राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, डीजीपी अशोक कुमार, उपवा अध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण मौजूद रहे।
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राजभवन देहरादून 31 अक्टूबर, 2023
राजभवन में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने राजभवन परिवार की महिलाओं के साथ सामूहिक रूप से करवा चौथ का त्यौहार मनाया। इसमें अपर सचिव श्रीमती स्वाती एस भदौरिया, वित्त नियंत्रक तृप्ति श्रीवास्तव, सुरभी सिरोही सहित कई महिलाएं शामिल हुईं। इस अवसर पर कई कार्यक्रम हुए और महिलाओं ने उनमें बढ़-चढ़ कर भागीदारी की।
श्रीमती गुरमीत कौर ने सभी उपस्थित महिलाओं को करवा चौथ के अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि करवा चौथ भारतीय संस्कृति के प्राचीन त्यौहारों में एक प्राचीन त्यौहार है। सुहागिन महिलाएं यह निर्जला व्रत अपने पति की कुशलता और दीर्घायु के लिए रखती हैं। यह पर्व परिवार के रिश्तों को मजबूत बनाने वाला होता है, विशेष रूप से यह पति-पत्नी दोनों के लिए खास महत्व रखता है।
श्रीमती कौर ने कहा कि राजभवन परिवार की सभी महिलाओं द्वारा सामूहिक कार्यक्रम में प्रतिभाग कर सभी त्यौहार एक साथ मनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि त्यौहारों को एक साथ मनाने से हमें एक दूसरे के सुख-दुख में भागीदारी का मौका मिलता है। इससे पूर्व भी कई अवसरों पर भी राजभवन में फैमिली वेलफेयर कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं जिसमें राजभवन परिवार के सभी सदस्यों ने एक साथ प्रतिभाग किया।
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राजभवन देहरादून/हल्द्वानी 31 अक्टूबर, 2023
हल्द्वानी स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में न्याय पंचायत स्तरीय खेल महाकुंभ-2023 का कुंवरपुर न्याय पंचायत से राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) और नैनीताल जनपद प्रभारी व खेल मंत्री रेखा आर्या ने विधिवत शुभारंभ किया। वहीं इसके बाद खिलाड़ियों द्वारा शानदार मार्च पास्ट किया गया। इस दौरान विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत की।ं राज्यपाल ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनायें दी।
लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस पर खेल विभाग की ओर से रन फॉर यूनिटी दौड़ का आयोजन भी किया गया। जिसमें प्रथम मेघा गोस्वामी, द्वितीय रूचि अधिकारी तथा तृतीय अवनि चन्द्र के साथ ही फाइनल 800 मीटर दौड में प्रथम विकास सिंह, द्वितीय गौरव रावत तथा तृतीय नीरज बिष्ट न्याय पंचायत स्तर के विजयी खिलाड़ियों को राज्यपाल ने मेडल, प्रशस्ति पत्र के साथ ही नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
खिलाडियों को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि भारत का युवा पूरी दुनिया में बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि सपने बड़े-बडे़ देखने चाहिए और उन सपनों को आपके लक्ष्य को एक विजन एवं संकल्प के साथ अपने जीवन में परिवर्तित करना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के बच्चे प्रतिभा के धनी हैं आप जो संकल्प अपने जीवन में अवतरित कर लेंगे तो आपको सिद्वि अवश्य मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र के निर्माण में लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल के योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता है। उनके नेतृत्व व प्रशासनिक क्षमता से ही भारत में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण किया। आज राष्ट्र इस दिवस को एकता दिवस के रूप में मना रहा है।
खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में शिक्षा के साथ खेलों में भी विद्यार्थियों को जोड़ने का प्रयत्न किया है, खेलने से जहां हम तनाव मुक्त होते हैं तो वहीं हम अपने जीवन मे अनुशासन भी सीखते हैं। साथ ही कहा कि आज के दौर में खिलाड़ियों के लिए खेल का दायरा महज मनोरंजन और फिटनेस तक सीमित नहीं रहा बल्कि अब इसमें खिलाड़ियों को सुनहरा करियर नजर आ रहा है जिसके लिए हम प्रयत्नशील हैं और लगातार कई योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है।
इस दौरान खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि जिस प्रकार से महाकुंभ में स्नान कर तन मन की स्वच्छता होती है उसी प्रकार खेल महाकुंभ से भी स्वस्थ प्रतिभाएं उभर कर सामने आती हैं। खेल महाकुंभ के आयोजन की यही परिकल्पना है कि न्याय पंचायत स्तर से प्रतिभाओं को अवसर देते हुए विकासखंड, जिला स्तर तथा राज्य स्तर तक मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि खेल विभाग की कोशिश है कि बच्चों को अवसर प्राप्त होते रहे। विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों को उनकी प्रतिभा अनुसार खेलों में प्रतिभाग करने के लिए मंच देने का कार्य किया जा रहा है, खेल महाकुंभ उसी का परिचायक है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय खेल के दृष्टिकोण से उत्तराखंड का हो तथा यही बच्चे राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश तथा प्रदेश का नाम ऊंचा करें इसी दिशा में खेल विभाग द्वारा गंभीरता से प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने सभी खिलाड़ियों से कहा कि आप खेलों में अच्छा प्रदर्शन करें तथा वह खेल मंत्री के रूप में खेल संसाधनों को बढ़ाने हेतु अच्छा प्रदर्शन करने का प्रयास लगातार कर रही हैं। सरकार द्वारा खिलाड़ियों हेतु 4 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के लिए विधिक प्रयास किए जा रहे हैं जिससे उन्हें सरकारी नौकरियों में लाभ प्राप्त हो। उन्होंने सभी आयु वर्ग के लोगों से अनुरोध किया कि वे दिन का एक घंटा खेल के लिए जरूर दें, जिससे चुस्त रहने के साथ ही वह सभी अपने शरीर भी स्वस्थ रख सके।
राजभवन सूचना परिसर, उत्तराखण्ड
प्रेस विज्ञप्ति-3
राजभवन देहरादून 31 अक्टूबर, 2023
मंगलवार को राजभवन में केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में लद्दाख से आए सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा अपनी विविध सांस्कृतिक विरासत पर मनोहारी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। लद्दाख के कलाकारों ने वहां के वाद्य यंत्र कोपोंग की मधुर प्रस्तुति के साथ लद्दाखी लोक संगीत और सुप्रसिद्ध जबरू नृत्य का विशेष रूप से प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रतिभाग करते हुए उपस्थित लद्दाख के सहित पूरे प्रदेश को स्थापना दिवस की बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कलाकारों द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रशंसा की। राज्यपाल ने कहा कि लद्दाख अपने सुदूर पहाड़ी सुंदरता और विशिष्ट संस्कृति के लिए प्रसिद्ध होने के साथ-साथ सामरिक और सैन्य दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह राज्य अपनी विशिष्ट कला, संस्कृति, अध्यात्म और राष्ट्रीय भावना से जुड़ा होने के साथ-साथ भौगोलिक दृष्टि से देश का मुखौटा है।
राज्यपाल ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन भारत की विविधता को एकता के रूप में दर्शाते हैं साथ में हम सब को एक परिवार के रूप में जोड़ने का कार्य करते है। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय एकता दिवस भी है इस अवसर पर इस तरह के कार्यक्रम का एक अलग ही महत्व है। भारत की जीवंत संस्कृति की गतिशीलता हमारे सांस्कृतिक और राजनैतिक विकास को बड़ी प्रेरणा प्रदान करती है। इस कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव स्वाति एस भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ तृप्ति श्रीवास्तव, लद्दाख से आए मुख्तार हुसैन, मुरूप नामग्याल सहित सांस्कृतिक दल के कलाकार और राजभवन के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे