Chief Minister Dhami’s gift to students, double increase in food allowance, know all the news, छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री धामी का तोहफा, भोजन भत्ते में की गई दोगुनी बढ़ोत्तरी जानिए सभी समाचार
देहरादून, छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री धामी का तोहफा, भोजन भत्ते में की गई दोगुनी बढ़ोत्तरी
-प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास, नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास एवं राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को मिलेगा लाभ
-शिक्षा सचिव की ओर से जारी किए गए आदेश, सम्बंधित समस्त जनपदों के अधिकारियों को भी जारी किया गया पत्र
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के आवासीय छात्रावासों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को बड़ा तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों पर इन आवासीय छात्रावासों में रहने वाले छात्र-छात्राओं के भोजन भत्ते में दोगुनी बढ़ोत्तरी की गई है। भोजन भत्ते में हुई यह अब तक की सर्वाधिक बढ़ोत्तरी भी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बच्चों से विशेष लगाव है। अक्सर वे जब भी किसी विद्यालय या आवासीय विद्यालय परिसर में जाते हैं तो बच्चों के साथ हल्के फुल्के पल बिताते हुए नजर आ जाते हैं। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री धामी ने अपना जन्मदिन भी विशेष तौर से बनियावाला में स्थित आवासीय छात्रावास में बच्चों के बीच जाकर मनाया था। मुख्यमंत्री ने राज्य के शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए हुए हैं कि कि इन आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों का विशेष ख्याल रखा जाए।
अब मुख्यमंत्री ने राज्य के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास, नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास एवं राजीव गांधी नवोदय विधायक में अध्ययनरत तमाम छात्र-छात्राओं को तोहफा देने का काम किया है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर इन आवासीय विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों के दैनिक भोजन भत्तों में ऐतिहासिक दोगुना दर से वृद्धि की गई है। दैनिक भोजन के लिए छात्रों हेतु 150 रुपये प्रतिदिन की धनराशि को मंजूरी प्रदान की गई है।
शिक्षा सचिव रविनाथ रमन की ओर से आज इस बाबत आदेश जारी कर दिए गए हैं। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा वंशीधर तिवारी ने अवगत कराया है कि यह वृद्धि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास एवं राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के छात्रावासों में पंजीकृत विद्यार्थियों हेतु भोजन भत्ता मद में की गई है। इस संबंध में समस्त जनपदों के अधिकारियों को पत्र जारी कर दिए गए हैं।आगे पढ़ें
देहरादून ,
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड बनाए जाने के सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक ली। मुख्य सचिव ने टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड निर्माण के कार्य को चरणबद्ध तरीके से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। पहले चरण में पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र के चारों ओर की सड़क को विकसित किया जाए। उन्होंने पूरे क्षेत्र को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि आने वाले समय में टिहरी और देहरादून टनल के माध्यम से जुड़ जाएंगे, जिससे दिल्ली से टिहरी मात्र साढ़े तीन घंटे में पहुँच सकेंगे, इससे राज्य में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से अधिक से अधिक विकसित कर प्रदेश की आर्थिकी को मजबूत किया जाएगा। इसके लिए टिहरी झील के चारों ओर रिंग रोड एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि इस रिंग रोड को तैयार करने हेतु तेजी से कार्य किया जाए। सड़क के आसपास अधिक से अधिक व्यू पॉइन्ट विकसित किए जाएं। उन्होंने रिंग रोड के किनारे अधिक से अधिक पार्किंग क्षेत्र विकसित किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने रिंग रोड की शीघ्र फीजिबिलिटी स्टडी कराए जाने के निर्देश दिए। कहा कि भूमि अधिग्रहण की दिशा में शीघ्र कार्रवाई की जाए। उन्होंने रिंग रोड क्षेत्र में आने वाले गदेरों और नालों पर पुल बनाकर सड़क को छोटा रखे जाने के निर्देश भी दिये, पुलों के माध्यम से गदेरों और नालों के कारण पर्यटकों को झील से अधिक दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
इस अवसर पर सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, अपर सचिव युगल किशोर पंत एवं विनीत कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।आगे पढ़ें
सीएम धामी की उपस्थिति में यूएई दौरे के दूसरे दिन ₹3550 करोड़ के इन्वेस्टमेंट MoU
- मुख्यमंत्री ने किया ICAI द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग
- यूएई दौरे में ₹15 हजार 475 करोड़ के निवेश प्रस्तावों को मिली मंजूरी
अबू धाबी। उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2023 हेतु संयुक्त राज्य अमीरात (यूएई) दौरे के दूसरे दिन उत्तराखण्ड सरकार के प्रतिनिधि मंडल ने आज अबू धाबी में विभिन्न उद्योग समूहों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री धामी की उपस्थिति में विभिन्न समूहों के साथ राज्य सरकार की ओर से यूएई दौरे के दूसरे दिन 3550 करोड़ के इन्वेस्टमेंट एमओयू किए गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी उद्योग घरानों को आगामी 8 एवं 9 दिसम्बर माह में देहरादून में आयोजित होने वाले समिट हेतु निमत्रण भी दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी के साथ कैबिनेट मंत्री डा. धनसिंह रावत भी मौजूद रहे।
बुधवार को अबू धाबी में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किए गए ₹3550 करोड़ के इन्वेस्टमेंट एमओयू में क्रमशः लूलू ग्रुप के साथ रियल एस्टेट सेक्टर हेतु 1000 करोड़, हायपर मार्केट के साथ हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में निवेश हेतु 500 करोड़ एवं फूड पार्क हेतु 250 करोड़, एसीटी फैसिलिटिज मिडिल ईस्ट के साथ हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में 1500 करोड़ एवं रिजेन्ट ग्लोबल के साथ फार्मा सेक्टर में निवेश हेतु 300 करोड़ के एमओयू शामिल हैं। इससे पूर्व यूएई दौरे के पहले दिन दुबई सीएम धामी की उपस्थिति में 11925 करोड़ के इनवेस्टमेंट एमओयू साइन किए गए थे। कुल मिलाकर संयुक्त अरब अमीरात में 15 हजार 475 करोड़ के इन्वेस्टमेंट एमओयू किए गए।
मुख्यमंत्री ने किया आईसीएआई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग
मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को अबु धाबी में इन्स्टीट्यूट ऑफ चार्टेड एकाउन्टेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि विश्व में चाटर्ड एकाउन्टेंट्स के सबसे बड़े संगठन के मेघावी सदस्यों के बीच आना अपने आप में गौवर का क्षण है। उन्होंने कहा कि देश दुनियां में उत्तराखण्ड की पहचान देवभूमि के रूप में है जहां एक ओर केदारनाथ, बदरीनाथ धाम, जागेश्वर आदि मंदिर स्थित हैं, वहीं हमारा प्रदेश गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गम स्थल भी है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारी सरकार ने सांस्कृतिक, प्राकृतिक एवं आध्यात्मिक सुंदरता को बचाये रखते हुए प्रदेश के विकास का मार्ग चुना है। इसके लिए हमने सरलीकरण, समाधान, निस्तारीकरण और संतुष्टि को अपना मूलमंत्र माना है। उन्होंने कहा कि टूरिज्म, वेलनेस और हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री के साथ-साथ उत्तराखण्ड में अनेक नए एवं गैर परंपरागत उद्योगों को विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और केन्द्र सरकार के सहयोग से एक ओर जहां राज्य में पिछले पांच वर्षों में करीब 1 लाख 50 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं, वहीं दूसरी ओर 20 हजार करोड़ से अधिक की विकास योजनाओं पर कार्य गतिमान है। उत्तराखण्ड भी अपनी अवस्थापना परियोजनाओं, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा आदि के क्षेत्र में आपके ज्ञान एवं अनुभव का लाभ लेने हेतु तत्पर है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि रियल स्टेट क्षेत्र में यूएई ने अत्यंत प्रगति की है, यहाँ की प्रसिद्ध इमारतें विश्व में अपना प्रतिमान स्थापित कर चुकी हैं। उत्तराखण्ड भी अपने शहरों का सुनियोजित विकास एवं नये शहरों की स्थापना करने हेतु आपके साथ सहयोग करने का इच्छुक है, जिससे इस क्षेत्र में आपकी विशेषज्ञता का लाभ उठाया जा सके। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार निवेशकों को राज्य में सभी प्राथमिक आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु सदैव तत्पर है और विशेष रूप से गत दो वर्षों में प्रदेश सरकार ने राज्य में निवेश आकर्षित करने की दिशा में सुनियोजित प्रयास किये हैं।
लन्दन एवं बर्मिंघम और उसके बाद दिल्ली के रोड शो के दौरान उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से 40 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, उससे यह सिद्ध होता है कि देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी उद्यमी, उत्तराखंड में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं।
कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने भी अपना सम्बोधन दिया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव मुख्यमंत्री डा. आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगौली, सचिव उद्योग विनय शंकर पांड्य, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा समेत प्रतिनिधि मंडल के अन्य सदस्य एवं आईसीएआई के सदस्य मौजूद रहे।