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25 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहेब के कपाट, श्रद्धालुओं का पहला जानिए अन्य समाचार The doors of Hemkund Sahib will open on 25 May, devotees will visit first, know other news

 25 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहेब के कपाट, श्रद्धालुओं का पहला जानिए अन्य समाचार

जत्था रवाना
ऋषिकेश। गुरुद्वारा ऋषिकेश से पंज प्यारों की अगवाई में हेमकुंड के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना हुआ। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने श्रद्धालुओं को रवाना किया। 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने हैं।हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। गोविंदघाट, घांघरिया और हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे की साज-सज्जा भी होने लगी है। गोविंदघाट गुरुद्वारे में इस वर्ष नए मॉडल का गेट स्थापित किया गया है। हेमकुंड की तीर्थयात्रा 25 मई से शुरू होगी। आज 22 मई को ऋषिकेश से श्रद्धालुओं का पहला जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ। एसडीएम जोशीमठ चंद्रशेखर वशिष्ठ ने गुरुद्वारा प्रबंधन के साथ ही यात्रा से जुड़े अफसरों की बैठक ली। उन्होंने यात्रा शुरू होने से पूर्व यात्रा मार्ग पर पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य और संचार सुविधा दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के लिए गरम पानी की व्यवस्था करने को कहा। एसडीएम ने यात्रा मार्ग पर चल रहे मास्टर प्लान के कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली।आगे पढ़ें आगे पढ़ें 
मलिन बस्तियांपर सियासतः कांग्रेसियों ने किया नगर निगम कूच
मालिकाना हक देने की मांग को सौंपा ज्ञापन
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बसी अनियमित बस्तियों के खिलाफ जब भी किसी बड़ी कार्रवाई की बात होती है तो इस मुद्दे पर राजनीतिक महासंग्राम छिड़ जाता है। एनजीटी द्वारा इन बस्तियों को हटाने के लिए नोटिस भेजे जाने के बाद यह मुद्दा एक बार फिर राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इतने लंबे समय से जो लोग इन बस्तियों में रह रहे हैं उन्हें वह किसी भी कीमत पर उजड़ने नहीं देंगे।
इस मुद्दे को लेकर बुधवार को कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना और महानगर अध्यक्ष जसविंदर जोगी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओ ने नगर निगम कूच किया उनकी मांग है कि सरकार इन बस्तियों में रहने वाले लोगों को मलिकाना अधिकार दे। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार इन बस्तियों में रहने वाले लोगों को उजाड़ना चाहती है लेकिन कांग्रेस उनकी लड़ाई पहले भी लड़ती रही है और आगे भी लड़की रहेगी। उधर इस मुद्दे का समाधान निकालने के प्रयास भाजपा द्वारा भी किए जा रहे हैं। क्योंकि निकाय चुनाव सर पर है जिनमें मलिन बस्तियों के मालिकाना हक का मुद्दा एक बड़ा मुद्दा रहता है। इसलिए भाजपा के क्षेत्रीय विधायक और पार्षद भी इस मामले का समुचित समाधान ढूंढ रहे हैं ठीक वैसे ही जैसे 2018 में सरकार द्वारा अध्यादेश लाकर इन बस्तियों में बुलडोजर चलाये जाने से रोका गया था।उल्लेखनीय है कि राजधानी दून में 584 अनियमित ऐसी बस्तियां हैं जिनमें लाखों की संख्या में लोग रहते हैं। 2018 में हाईकोर्ट के आदेश के बाद इन बस्तियों को हटाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन सरकार द्वारा हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ अध्यादेश लाकर इस स्थिति को टाल दिया गया था लेकिन सरकार द्वारा इस समस्या का कोई ठोस समाधान अभी तक नहीं निकाला जा सका है। 3 साल में दो बार अध्यादेश के जरिए इन बस्तियों की सुरक्षा करने वाली सरकार अब क्या करेगी जब राहत की समय सीमा 21 अक्टूबर को समाप्त होने वाली है। इसका कोई जवाब सरकार नहीं ढूंढ़ पा रही है। कांग्रेस का कहना है कि 2016 में उसके द्वारा इन बस्तियों को नियमित करने व मालिकाना हक देने की प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन सरकार जाने के कारण यह नहीं हो सका। एनजीटी द्वारा अब लाल निशान लगाने व घरों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है तो भाजपा और कांग्रेस फिर से इन बस्तियों के रहनुमा बनकर सामने खड़े हैं लेकिन इस समस्या का स्थाई समाधान किसी के पास नहीं है बस वोट की राजनीति ही की जा रही है।

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चारधाम बस संचालकों की परमिट सरेंडर करने की चेतावनी


ऋषिकेश। चारधाम बस संचालकों ने आरटीओ कार्यालय में परमिट सरेंडर की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण 31 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं सभी परिवहन स्वामियों ने व्यवस्था दुरुस्त ना होने पर चारधाम यात्रा के बहिष्कार की चेतावनी दी है।
संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अंतर्गत संचालित होने वाले सैकड़ों वाहन बुकिंग होने के बावजूद पिछले 10 दिन से खड़े हैं। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने ऐलान किया है कि यदि सरकार अति शीघ्र ऑनलाइन पंजीकरण नहीं खोलती है तो 31 मई तक सभी कंपनियों के अंतर्गत संचालित होने वाले वाहन स्वामी अपने-अपने परमिट आरटीओ कार्यालय में सरेंडर कर देंगे। उसके बाद भी यदि सरकार नहीं चेती तो मजबूरन चारधाम यात्रा का बहिष्कार किया जाएगा।
चारधाम यात्रा रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन चंद रमोला ने कहा कि सरकार यात्रा को लेकर तुगलकी फरमान जारी कर रही है। धरातल की स्थिति को नहीं समझा जा रहा है। विभिन्न विभागों के अधिकारी धरातल की रिपोर्ट शासन तक नहीं पहुंचा रहे हैं। 31 मई तक ऑनलाइन पंजीकरण बंद करने का निर्णय बिल्कुल भी व्यावहारिक नहीं है।उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्था बिगड़ने से उत्तराखंड प्रदेश की भी छवि धूमिल हुई है। यात्रा से पूर्व परिवहन विभाग विभिन्न कंपनियों से अपने-अपने वाहनों को तैयार करने के निर्देश देता है।
वाहनों पर मोटर मालिक अत्यधिक खर्च करता है, लेकिन इन वाहनों को यात्रा पर नहीं भेजा जा रहा है। सरकार की व्यवस्था से परेशान होकर सभी मोटर मालिकों ने निर्णय लिया है कि 31मई तक सभी लोग अपनी गाड़ियों के परमिट परिवहन विभाग कार्यालय में जमा करा देंगे।

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रिश्वत लेता वन दरोगा गिरफ्तार
पौड़ी। विजिलेंस की टीम ने 15 हजार रिश्वत लेने के मामले में आरोपी वन दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि वन दरोगा ने विभागीय योजनाओं में अनुदान देने के नाम पर ग्रामीण से रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत ग्रामीण ने विभाग के टोल फ्री नंबर 1064 पर दर्ज कराई थी। मामला बीते मार्च का है।जानकारी के मुताबिक चाकीसैंण सेक्शन के पाबौ रेंज के अंतर्गत वन पंचायत पाबौ में मार्च में एक सभा हुई थी। जिसमें वन पंचायत के तहत आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीणों को आर्थिकी मजबूत करने के लिए मुर्गी व बकरी पालन योजना की जानकारी दी गई थी। इस योजना के लिए कर्मचारियों ने ग्रामीणों को विभागीय अनुदान की जानकारी भी दी। इस योजना का लाभ लेने के लिए एक ग्रामीण ने वन विभाग से बकरी पालन के लिए आवेदन किया था।
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दस फार्मा कंपनियों की 12 दवाइयों के सैंपल फेल


देहरादून। पिछले कुछ सालों से नकली दवाओं का कारोबार तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसको देखते हुए केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन हर महीने दवाओं का सैंपल लेकर रिपोर्ट जारी कर रहा है। इसी क्रम में केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन ने अप्रैल महीने में तमाम फार्मा कंपनियों की दवाइयों के सैंपल लिए थे। जिसमें से 50 दवाईयां गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं पाई गई हैं। जिससे केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन ने इन सभी दवाईयां को लेकर अलर्ट जारी किया है। जिसकी जानकारी केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन की वेबसाइट पर अपलोड की गई है। जारी किए गए अलर्ट के अनुसार, जिन दवाइयों के सैंपल फेल हुए हैं, उसमें से 12 दवाइयों की कंपनियां उत्तराखंड में स्थित हैं।
इससे पिछले महीने यानी मार्च में लिए गए दवाओं के सैंपल में उत्तराखंड में बनी 11 दवाओं के सैंपल फेल हुए थे। अप्रैल में उत्तराखंड की 12 दवाओं के सैंपल फेल होने के बाद केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन ने उत्तराखंड ड्रग्स कंट्रोल विभाग को पत्र भेजकर अलर्ट जारी किया है। इसके बाद उत्तराखंड ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने संबंधित कंपनियों के उत्पाद लाइसेंस को निरस्त करते हुए बाजार से वापस मंगा लिया है, ताकि इन दवाओं के इस्तेमाल न हो सके।
ड्रग्स कंट्रोलर ताजबर सिंह ने बताया कि केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन से अलर्ट मिलने के बाद ही इन 12 दवाओं से संबंधित कंपनियों के लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है। साथ ही जनता इन दवाओं का इस्तेमाल न कर सके, इसलिए संबंधित कंपनियों को इस बाबत निर्देश दिए गए थे कि जिस बैच की दवाओं का सैंपल हुआ है, उन दवाओं को बाजार से वापस मंगा लिया जाए। वहीं, जिन 12 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। उन दवाओं की फार्मा कंपनियां देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर में स्थित हैं।
आगे पढ़ें माकपा ने ध्वस्तीकरण के खिलाफ चलाया हस्ताक्षर अभियान,सीएम को सौंपा ज्ञापन
देहरादून। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बुधवार को मलिन बस्तियों के नियमितीकरण तथा बस्तियों के ध्वस्तीकरण के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मलिन बस्तियों से हस्ताक्षर अभियान में एकत्र लगभग 3 हजार हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया गया । ज्ञापन जिला मुख्यालय में तैनात उपजिलाधिकारी शालिनी नेगी ने लिया तथा उन्होंने आश्वासन दिया कि वे पार्टी के मांगपत्र को मुख्यमंत्री को प्रेषित करेंगे ।


मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन मं माकपा ने कहा कि अपने ही वादों के अनुसार सरकार तुरंत बेदखली की प्रक्रिया पर रोक लगाए।  कोई भी बेघर न हो, इसके लिए या तो सरकार अध्यादेश द्वारा कानूनी संशोधन करे या कोर्ट के आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में  जाये ।
उन्होंने कहा कि  2018 का अधिनियम में संशोधन कर जब तक नियमितीकरण और पुनर्वास की प्रक्रिया पूरी नहीं होगी , और जब तक मजदूरों के रहने के लिए स्थायी व्यवस्था नहीं बनती , तब तक बस्तियों को हटाने  पर रोक लगे। साथ ही दिल्ली सरकार की पुनर्वास नीति को उत्तराखंड में भी लागू किया जाये।
इसके अलावा राज्य के शहरों में उचित संख्या के वेंडिंग जोन को घोषित किया जाये। पर्वतीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वन अधिकार कानून पर अमल युद्धस्तर पर किया जाये ।बड़े बिल्डरों एवं सरकारी विभागों  के अतिक्रमण पर पहले कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि  एलिवेटेड रोड़ के नाम पर रिस्पना तथा विन्दाल नदी ‌बसी बस्तियों को उजाड़ना बन्द हो ।
प्रतिनिधिमण्डल में पार्टी जिला सचिव राजेन्द्र पुरोहित ,देहरादून सचिव अनन्त आकाश ,सचिव मण्डल सदस्य लेखराज ,किशन गुनियाल ,शम्भू प्रसाद ममगाई ,पार्टी नेता रामसिंह भण्डारी ,रविंद्र नौडियाल आदि शामिल थे ।

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 राज्य सरकार ने आईजी जोशी को सौंपी गंगोत्री-यमुनोत्री की जिम्मेदारी

देहरादून। राज्य सरकार ने आईजी अरुण मोहन जोशी को गंगोत्री और यमुनोत्री में भीड़ को नियंत्रित करने, जाम की समस्या और पार्किंग के साथ-साथ यात्रियों से अच्छा व्यवहार हो, इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री और यमुनोत्री में हालात बेहद खराब हो गए थे। सरकार ने आनन-फानन में वरिष्ठ अधिकारियों को चारधामों की जिम्मेदारी सौंपते हुए यह सुनिश्चित किया था कि यात्रियों को अब यात्रा में कोई भी दिक्कत नहीं होगी। ऐसे में पुलिस विभाग ने अरुण मोहन जोशी को गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे महत्वपूर्ण टास्क की जिम्मेदारी दी है। जिसके तहत उन्होंने गंगोत्री और यमुनोत्री का दो दिवसीय दौरा किया था।

वापस लौटने के बाद उन्होंने राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे आने वाले दिनों में या आने वाले सालों में हम यात्रियों को सकुशल यात्रा करवा सकते हैं। दोनों धामों में भीड़ के मैनेजमेंट को लेकर किस स्तर पर काम किया जा सकता है, इसको लेकर भी अरुण मोहन जोशी ने कई तरह की बातें और सुझाव दिए हैं। साथ ही पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चर, डंडी कंडी व्यवस्था और उत्तरकाशी से लेकर गंगोत्री और यमुनोत्री तक किन-किन जगहों पर पार्किंग और यात्रियों के रुकने की व्यवस्था हो सकती है, इसको लेकर भी कई तरह के सुझाव अपनी रिपोर्ट में दिए हैं। राज्य सरकार जल्द ही इस रिपोर्ट को धरातल पर उतरने की कोशिश करेगी।

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अवैध खनन तस्करी में लिप्त 4 डम्पर सीज


चमोली। अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए पुलिस ने चार डम्परों को सीज कर दिया है। जिनके खिलाफ अग्रिम कार्यवाही जारी है।
पुलिस अधीक्षक चमोली, सर्वेश पंवार द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को अपने थाना क्षेत्र में अवैध खनन तस्करी की रोकथाम तथा खनन माफियाओं पर सतर्क दृष्टि रखते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। इस क्रम में थाना थराली पुलिस द्वारा चौकी नारायणबगड़ क्षेत्र में आरबीएम परिवहन कर रहें 4 डम्परों की चैकिंग की गयी तो वाहन चालकों द्वारा अवैध आरबीएम परिवहन करने एवं वाहन सम्बन्धी कोई वैध कागजात न दिखाने दिखाने पर उक्त चारों वाहनों को मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही करते हुए सीज किया गया।

जिसकी अवैध खनन से सम्बन्धित रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को प्रेषित की जा रही है। जिन डम्परों को सीज किया गया है उनके चालकों के नाम कुंदन सिंह बिष्ट पुत्र नंदन सिंह बिस्ट निवासी ग्राम भ्याडी थाना थराली जिला चमोली, अजय सिंह पुत्र बलवंत सिंह निवासी ग्राम कुलसारी थाना थराली जिला चमोली, प्रकाश चंद पुत्र गोपीराम निवासी ग्राम जवारकोट थाना थराली जिला चमोली व दिगंबर प्रसाद पुत्र भीमराम जोशी निवासी ग्राम छैकुडा पोस्ट नारायण बगड़ थाना थराली जिला चमोली बताये जा रहे है।
आगे पढ़ें यात्रा मार्ग पर बढ़ते दबाव के चलते श्रद्धालुओ को भेजा जा रहा है करातबद्ध
रूद्रप्रयाग। श्री केदारधाम यात्रा पर आये श्रद्धालुओं के बढ़ते दबाव के चलते अब पुलिस द्वारा उनको कतारबद्ध तरीके से भेजा जा रहा है। जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
बता दें कि श्री केदारनाथ धाम हेतु अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं, गत दिवस रिकार्ड 38 हजार से अधिक संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे हैं और कपाट खुलने से आज तक की स्थिति में साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालु श्री केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं। श्री केदारनाथ धाम हेतु आ रहे श्रद्धालुओं एवं यात्री वाहनों का दबाव सोनप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत पड़ रहा है। ऐसे में सोनप्रयाग तक पहुंचे श्रद्धालुओं को पुलिस के स्तर से कतारबद्ध कराते हुए सोनप्रयाग शटल पार्किंग तक भिजवाया जा रहा है। इस दौरान पुलिस द्वारा श्रद्धालुओं की कुशलक्षेम पूछकर हौसला अफजाई की जा रही है।

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दो पक्षों में  मारपीट,पिता-पुत्र गिरफ्तार
रूड़की। नलकूप की चाबी मांगने को लेकर हुए विवाद के बाद दो पक्षों मंे मारपीट हो गयी। इस झगड़े में चार लोग घायल हो गए। घायलों में एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद इस मामले में पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है।
लक्सर कोतवाली में सुल्तानपुर निवासी महबूब अली ने दी तहरीर में बताया कि बीती रात मासूम अली, शाहबाज, शोएब, फरमान, सुलेमान, आसिफ और आशिक गांव में फरमान की दुकान पर बैठे हुए थे। तभी सनवर ने अपने खेत की सिंचाई के लिए दुकान पर बैठे मासूम अली से सरकारी नलकूप की चाबी मांगी। जिससे वे लोग आग बबूला हो गए और सनवर के साथ गाली-गलौज करते हुए चाबी देने से इंकार कर दिया। जिस पर सनवर वहां से अपने घर चला गया।
आरोप है कि इसी बीच आरोपी लाठी डंडे और धारदार हथियार लेकर गुलशेर के घर में घुस गए और खाना खा रहे गुलशेर, शाहनवाज, जुल्फिकार और सनवर के साथ गाली गलौज करते हुए उन पर हमला कर दिया। जिससे चारों लोग बुरी तरह घायल हो गए। शोर की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर आ गए। जिससे हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से भाग निकले। घायलों को पहले लक्सर अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हरिद्वार जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। गुलशेर की गंभीर हालत को देखते हुए यहां से उसे एम्स ऋषिकेश अस्पताल रेफर कर दिया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है। वहीं, कोतवाली प्रभारी राजीव रौथान ने बताया कि मामले में आरोपी पिता पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है और न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
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वाहन दुर्घटनाग्रस्त,एक की मौत,तीन घायल


उत्तरकाशी। गंगोत्री हाईवे पर सुखी टॉप के समीप बुधवार सुबह   यूटिलिटी वाहन अनियंत्रित होने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई है,जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए। जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने  तत्काल पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को वाहन से निकालकर 108 की मदद से निकटवर्ती अस्पताल उपचार के लिए पहुंचाया। घायलों के नाम आयुष सेमवाल पुत्र सुरेश सेमवाल निवासी मुखवा, उम्र 17 वर्ष, सुरेश पुत्र विक्रम सिंह राणा, निवासी बयाणा, उम्र 26 वर्ष, तरन गिरि पुत्र मोहन गिरी, निवासी बयाणा, उम्र 40 वर्ष शामिल हैं। जबकि विजय पाल सिंह मराठा, निवासी किशनपुर, उम्र 55 वर्ष की इस दुर्घटना में मौत हो गई है। हर्षिल थानाध्यक्ष उमेश नेगी ने बताया कि वाहन में चार लोग सवार थे। चार सवारों में से एक व्यक्ति की मौत हो गई। तीन अन्य लोग घायल हैं। जिनका नजदीकी अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।  आगे पढ़ें ऑनलाइन पंजीकरण में हुई श्रद्धालुओं के साथ धोखाधड़ी, मामला दर्ज
देहरादून। चारधाम यात्रा के लिए कराये गये ऑनलाइन पंजीकरण में हैदराबाद के श्रद्धालुओं के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया हैं। जांच के दौरान सामने आये फर्जीवाड़े के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते रोज ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत खांड गांव में बनाये गये रजिस्ट्रेशन  सेन्टर का एसएसपी देहरादून द्वारा निरीक्षण किया गया, इस दौरान एसएसपी देहरादून द्वारा अधीनस्थ अधिकारियों के साथ चारधाम यात्रा पर आये यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जांच करने के दौरान हैदराबाद से चारधाम यात्रा पर आये 11 सदस्यीय यात्रियों के दल के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में कूटरचना कर व तारीखो में हेरफेर किया जाना सामने आया। जिसके सम्बंध में दल की एक सदस्य मुक्कावली साई भ्रमर मधुरिया, निवासी श्रीनिवासा नगर बैंक कॉलोनी, विजयवाडा आंध्र प्रदेश ने बताया कि उनके द्वारा चारधाम यात्रा हेतु कुल 11 लोगों का जनकपुरी दिल्ली से ऑनलाइन पैकेज बुक किया गया था, जिसके संबंध में उनके द्वारा कंपनी के कर्मचारी कुमकुम वर्मा तथा डायरेक्टर ऋषि राज से फोन के माध्यम से वार्ता की गई थी, जिनके द्वारा उनके 11 सदस्यीय दल का चारधाम यात्रा के लिये रजिस्ट्रेशन एवं ठहरने आदि की व्यवस्था करने का आश्वासन देते हुए उसके एवज में उनसे 2 लाख 33 हजार रूपये लिये गये थे तथा बताया गया था कि चारधाम यात्रा के लिये उन सभी का दिनांक 25 मई 2024 से 30 मई 2024 के बीच का रजिस्ट्रेशन उनके द्वारा कराया जायेगा। बताया कि आज उन लोगों को कुमकुम वर्मा द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन की पीडीएफ भेजी गई थी, जिसे लेकर वे सभी चारधाम यात्रा के लिये ऋषिकेश आये थे। पुलिस द्वारा उक्त यात्रियों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जांच करने पर पता चला कि उनके रजिस्ट्रेशन की वास्तविक तारीख एक जून से दस जून तक है। यात्रियों के साथ हुई धोखाधड़ी के सम्बंध में एसएसपी देहरादून द्वारा तत्काल सम्बन्धित ट्रैवल एजेंसी संचालक के विरूद्व वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये, जिस पर दल की सदस्य मुक्कावली साई भ्रमर मधुरिया, निवासी श्रीनिवासा नगर बैंक कॉलोनी, विजयवाडा आंध्र प्रदेश की ओर से धोखाधडी के सम्बंध में दी गई तहरीर पर कोतवाली ऋषिकेश में सम्बन्धित ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ धारा 420 468, 120 बी भादवि के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही प्रशासन के सहयोग से हैदराबाद से आये दल के चारो धामो के दर्शन हेतु आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई, जिस पर दल के सभी सदस्यों द्वारा पुलिस के मित्रवत व सहयोगात्मक व्यवहार की प्रशांसा की गयी है।

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