धरने में समर्थन देने पहुंचे पूर्व विधायक केदार सिंह रावत ।
बड़कोट।
नगर पालिका क्षेत्र बड़कोट में पेयजल संकट कम होने का नाम नही ले रहा है। महिलाओं के बाल्टी ढो ढो कर तबियत बिगड़ने लगी है। इधर तहसील परिसर में पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति के लिए धरना 14वे दिन भी जारी रहा ,नगर के वार्ड एक के वासी भारी संख्या में समर्थन देने पहुँचे जबकि पूर्व विधायक केदार सिंह रावत ने धरना स्थल पहुँचकर आन्दोलनकारियो के हालचाल जाने और कहा कि बड़कोट को दो करोड़ 90 लाख की योजना जल्द स्वीकृत होने के साथ काम शुरू हो जाएगा और दीर्घकालिक पेयजल पम्पिंग योजना की डीपीआर शासन पहुँच गयी है । उन्होंने बताया कि पेयजल किल्लत से नगरवासियों को जल्द निजात दिलाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 2017 में बड़कोट पम्पिंग योजन की स्वीकृति करवाई थी ,इसमें एक करोड़ 72 लाख की धनराशि जायका मद से जलनिगम विभाग को मिला भी लेकिन कोरोना संक्रमण के आने से योजना लटक गई,अब जायका मद में धनराशि नही है इसलिए मा मुख्यमंत्री ने नई डीपीआर मंगवाई है । इस दीर्घकालिक पेयजल पम्पिंग योजना के लिए धनराशि के लिए प्रयास किया जाएगा।
धरना दे रहे जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल व नगरवासियों ने कहा कि जबतक पेयजल पम्पिंग योजना की स्वीकृति नही मिल जाती तबतक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि छोटी योजना से बड़कोट का पेयजल संकट कम नही होगा। यमुना नदी से पेयजल पम्पिंग योजना एक मात्र उपाय है। आज धरना देने वालो में आंदोलनकारी अजय रावत,अब्बल चन्द कुमाई,सत्य प्रसाद नौटियाल, नरोत्तम रतूड़ी,विजय सिंह भगत,पूर्ण सिंह रावत,प्रताप रावत छटांगा, ताजीराम,उपेन्द्र रावत,पंकज,विजय सिंह,जगमोहन, मनमोहन सिंह,नीरज रावत,रोहन सिंह, हेमा बच्छेर,लक्ष्मी रावत,सोहन गैरोला,कृष्णा राणा,सुषमा रतूड़ी,भूपेंद्र चौहान,उमा रानी,निधि जैन, मोहित थपलियाल,भरत राणा,जगेंद्र सिंह,संजय अग्रवाल,अनूप नौटियाल मौजूद थे।