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उत्तराखंड की पावन धरा पर पहुँचे पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज जानिए सभी समचार Pujyapad Jyotishpeethadhiswar Shankaracharya Swamishri Avimukteshwarananda Saraswati ‘1008’ Ji Maharaj reached the holy land of Uttarakhand, know all the news

चमोली मंगलम्
अद्भुत हिमालय की ऐतिहासिक तीर्थ दर्शन यात्रा

के लिए उत्तराखंड की पावन धरा पर पहुँचे पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज

देहरादून एयरपोर्ट पर भक्तों ने किया स्वागत

*हरिद्वार स्थित श्रीशंकराचार्य निवास, ज्ञानलोक कालोनी, कनखल में रात्रि-विश्राम करेंगे शंकराचार्य जी महाराज*

*कल ज्येष्ठ शुक्ल नवमी को प्रातः 10 बजे हरिद्वार से गौचर की ओर प्रस्थान करेंगे*

*सायं 5 बजे श्रीकृष्ण गौसेवा सदन गौचर में गौपूजा करेंगे*

रात्रि-विश्राम गौचर में करेंगे ।आगे पढ़ें 


देहरादून दिनांक 14 जून 2024,  जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका द्वारा आगामी मानसून काल के दृष्टिगत नगर निगम, नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को नालों, नालियों की सफाई के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में नगर निगम द्वारा नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत नालों एवं नालियों की नियमित सफाई की जा रही है। आज नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत सुभाषनगर नाला, करगी ट्रांसफार्मर स्टेशन आदि स्थानों तथा शेष स्थान
ऋषिनगर चुना भट्टा, गोविन्दगढ से दुर्गा डेयरी, भण्डारी बाग से इन्द्रेश हास्टिपटल पुल, चन्द्रमणी शमशान घाट नाला, रक्षा विहार चुना भट्टा, बंजारावाला आजाद विहार आदि स्थानों पर नालों की सफाई की गई। ।
अपर मुख्य नगर आयुक्त नगरनिगम बीर सिंह बुदियाल द्वारा सफाई कार्यों का निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों कार्मिकों को आवश्यक दिशा दिए।

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देहरादून दिनांक 14 जून 2024, माननीय प्रभारी मंत्री जनपद देहरादून श्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में मंथन सभागार में जिला योजना समिति की बैठक आयोजित की गई। समिति द्वारा जिला योजना में वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु जनपद के लिए कुल प्रस्तावित परिव्यय 9948.10 करोड़ धनराशि का अनुमोदन किया गया।
बैठक में माननीय मंत्री द्वारा जिला योजना 2023-24 के कार्यों/प्रगति की जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने विभागों को जलसंरक्षण, कृषि, उद्यान एवं रोजगारपरक योजनाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। कहा कि जंगलों को संरक्षित एवं सुरक्षित रखने हेतु मानव को वनों एवं जंगलों से जोड़ा जाना आवश्यक है, इसके लिए वन पंचायतों में वन भूमि पर काश्त किये जाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।

जनप्रतिनिधियों /समिति के सदस्यों की मांग पर वन विभाग क्षेत्रान्तर्गत मार्गों के सुधारीकरण हेतु वन विभाग के अधिकारियों आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा वन विभाग वन क्षेत्रों से लगे गांव, आदि स्थानों में जंगली जानवरों से फसलों को बचाव एवं मानव संर्घ को कम किये जाने हेतु फैंसिंग कराने की मांग पर अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए। समिति की बैठक में पेयजल निगम, जल संस्थान के अधिकारियों को भविष्य की जरूरत को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन किये जाने के निर्देश दिए। माननीय मंत्री ने पर्यटन विभाग के अधिकारी को निर्देशित दिए कि जनपद में 05 वर्ष में 10 डेस्टिनेशन बनाने का लक्ष्य रखें, इसके लिए प्रत्येक वर्ष 02 पर्यटन डेस्टिनेशन विकसित करें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना को प्रस्तावित करते समय स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए क्षेत्र की वास्तविक जरूरतों के अुनसार योजनाओं का चयन करते हुए उनका निर्धारित समयान्तर्गत प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए तथा योजना व्यवहारिक हो तथा धरातल पर दिखें। बैठक में माननीय विधायकगणों, एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जिला पंचायत एवं क्षेत्र पंचायतों द्वारा क्षेत्र में विकास कार्यों के प्रस्ताव माननीय प्रभारी मंत्री जी को दिए गए।


जिलाधिकारी ने जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि माननीय प्रभारी मंत्री एवं विधायकगणों द्वारा जो निर्देश दिए गए हैं उनका परिपालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि योजनाओं के प्रस्ताव तैयार करने से पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा कर ली जाए कि व्यवहारिक एवं प्रभावी जिला योजना तैयार करते हुए योजना को धरातल पर उतारा जा सके। उन्होनें बताया कि जनपद देहरादून की जिला योजना वर्ष 2023-24 को शत् प्रतिशत् प्रगति रही है। उन्होंने माननीय प्रभारी मंत्री एवं बैठक में प्रतिभाग करने वाले सांसद, मा0 विधायक एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान ने गत वर्ष जिला योजनान्तर्गत किये गए कार्यों की जानकारी से माननीय अध्यक्ष एवं सदस्यगणों को आवगत कराया, तथा वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु प्रस्तावित जिला योजना की जानकारी दी। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्यों द्वारा विकास पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।

बैठक में मा0 राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, मा0 विधायक कैन्ट सविता कपूर, माननीय विधायक विकासनगर मुन्ना सिंह चौहान, सहसपुर सहदेव सिंह पुण्डीर, रायपुर उमेश शर्मा काऊ, चकराता प्रीतम सिंह,डोईवाला बृजभूषण गैरोला, ब्लाक प्रमुख कालसी मठौर सिंह चौहान, चकराता श्रीमती निधि राणा, डोईवाला भगवान सिंह पोखरियाल,सहसपुर श्रीमती सीमा,रायपुर श्रीतमी ममता, सदस्य जिला पंचायत श्रीमती अनिता, रिहाना खातून, श्रीमती रीना रांगड़, सहित जनप्रतिनिधि एवं उनके प्रतिनिधि उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका, मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून गौरव कुमार, नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय जैन, सहायक निदेशक सूचना बी.सी नेगी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी शशिकांत गिरि, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ विद्याधर कापड़ी, अधि0अभि0 लोनिवि जितेंद्र कुमार त्रिपाठी, सहायक जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी पी.एस भण्डारी सहित समस्त विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।आगे पढ़ें 


देहरादून दिनांक 14 जून 2024, , जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका द्वारा आगामी मानसून काल के दृष्टिगत नगर निगम, नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को नालों, नालियों की सफाई के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में नगर निगम द्वारा नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत नालों एवं नालियों की नियमित सफाई की जा रही है। आज नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत सुभाषनगर नाला, करगी ट्रांसफार्मर स्टेशन आदि स्थानों तथा शेष स्थान
ऋषिनगर चुना भट्टा, गोविन्दगढ से दुर्गा डेयरी, भण्डारी बाग से इन्द्रेश हास्टिपटल पुल, चन्द्रमणी शमशान घाट नाला, रक्षा विहार चुना भट्टा, बंजारावाला आजाद विहार आदि स्थानों पर नालों की सफाई की गई। ।


अपर मुख्य नगर आयुक्त नगरनिगम बीर सिंह बुदियाल द्वारा सफाई कार्यों का निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों कार्मिकों को आवश्यक दिशा दिए।
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चारधामों में दर्शन हेतु यात्रियों की दैनिक निर्धारित सीमा समाप्त*

*-मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में गढ़वाल आयुक्त/अध्यक्ष, चारधाम यात्रा प्रशासन ने लिया निर्णय*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर गढ़वाल आयुक्त/अध्यक्ष, चारधाम यात्रा प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर ऋषिकेश एवं हरिद्वार में चारों धामों के दर्शन हेतु निर्धारित की गई सीमा को समाप्त करने का निर्णय लिया है।
गढ़वाल आयुक्त /अध्यक्ष, चारधाम यात्रा प्रशासन श्री विनय शंकर पांडेय ने बताया है कि वर्तमान में चारों धामों में भीड़ सामान्य होने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार जनहित में यह निर्णय लिया गया है कि यात्रियों की सुविधा हेतु ऋषिकेश एवं हरिद्वार में चारो धामों के दर्शन के लिए जो कोटा निर्धारित किया गया था, उसे समाप्त करते हुए अब यात्री ऋषिकेश एवं हरिद्वार के रजिस्ट्रेशन काउन्टर में स्वंय भौतिक रूप से उपस्थित होकर चारों धाम/दो धाम या किसी भी धाम का सीधे रजिस्ट्रेशन प्राप्त कर अपनी यात्रा पर सुगमता से जा सकते हैं। यह आदेश चारों धामों में आने वाले यात्रियों की सुविधा हेतु तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

*गत वर्ष की तुलना में एक माह में डेढ़ गुना अधिक श्रद्धालु पहुँचे चारधाम*

गढ़वाल आयुक्त श्री विनय शंकर पांडेय ने अवगत कराया है कि विगत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष चारधाम यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। गत वर्ष चारधाम यात्रा प्रारम्भ के एक माह में 12,35,517 श्रद्धालुओं द्वारा धामों के दर्शन किये गये थे, जबकि इस वर्ष 19,64,912 श्रद्धालुओं द्वारा चारों धामों के दर्शन किये जा चुके हैं, जो गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष लगभग डेढ गुना अधिक है।आगे पढ़ें

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कालूवाला, डोईवाला में जल संरक्षण अभियान के तहत डोईवाला विकासखण्ड में सौंग नदी के बांये तट पर स्थित जौली नहर के हेड पर जल संरक्षण और संर्वद्धन योजना का लोकार्पण किया। स्प्रिंग एंड रिवर रिजुविनेशन प्राधिकरण (सारा) द्वारा नाबार्ड मद के अन्तर्गत लगभग 03 करोड़ 80 लाख की लागत से जल संरक्षण और संर्वद्धन की यह योजना पूर्ण की गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण अभियान – 2024 की मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पौधा रोपण भी किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में जल के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। इसके लिए सरकार के प्रयासों के साथ ही जनसहभागिता की भी आवश्यकता है। उत्तराखण्ड में नौले, धारे, नदियां जैसी अमूल्य संपदा है। हम सभी को संकल्प लेना होगा कि पहाड़ का पानी और जवानी राज्य के ही काम आएं। उन्होंने कहा कि जहां जल प्रवाहमान होता है वहां जीवन भी प्रकाशवान होता है। हमें भविष्य की चुनौतियों का समाधान अतीत के पुनर्जागरण के साथ करना होगा। जल संवर्द्धन की पहल को जीवन से जुड़ा विषय बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि जल समाप्त हो गया तो जीवन भी समाप्त हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में जल संकट पूरे विश्व के लिए चुनौती बना हुआ है। अनियंत्रित प्रयोग से जल के स्रोत तेजी से समाप्त हो रहे हैं। जल संरक्षण सप्ताह का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति को जल प्रबंधन के प्रति जागरूक करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जल संरक्षण के प्रति गंभीर है। जल संरक्षण के लिए विभिन्न विभागों को सम्मिलित किया जा रहा है। इन प्रयासों को अधिक बल देने के उद्देश्य से ’सारा’ का गठन किया गया है। सारा द्वारा लगभग 500 पेयजल योजनाएं और 200 जलधाराएं चिन्हित की गई हैं जिन्हें पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल का संचय करने वाले बांज के वृक्ष समाप्त हो रहे हैं और आगजनी की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि अपनी भावी पीढ़ी को सुरक्षित रखने के लिए हमें जल और वनों का संरक्षण के लिए व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलीग्रांट से कालूवाला को जोड़ने वाले मार्ग का निर्माण लोक निर्माण द्वारा किया जायेगा। बाबा कालूसिद्ध मंदिर के पीछे सौंग नदी के बायें तट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा।

कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कालू सिद्ध मंदिर में पूजा-अर्चना कर कालू सिद्ध बाबा से प्रदेश और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।

कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन के कारण जलस्रोत लगातार सूख रहे हैं। जल संरक्षण एवं संवंर्द्धन के लिए जिस योजना का आज लोकार्पण किया गया है, इस योजना से कालूवाला, बड़ोवाला, भारूवाला, भंगनाला एवं जौलीग्रांट के लगभग 06 हजार ग्रामवासियों के खेतों की सिंचाई होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की दूरगामी सोच के कारण उत्तराखण्ड में सारा प्राधिकरण का गठन किया गया है।

कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने कहा कि जल संरक्षण और संवंर्द्धन केवल सरकारी प्रयासों से ही सम्भव नहीं है। इसमें जन सहभागिता जरूरी है। सबको जल का सही उपयोग करना होगा। तापमान तेजी से बढ़ रहा है। जल स्तर घट रहा है। हमें जल संरक्षण को मिशन मोड में लेना होगा।

इस अवसर पर विधायक श्री बृज भूषण गैरोला, अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, सचिव श्री शैलेश बगोली, डॉ. आर. राजेश कुमार, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी सारा नीना ग्रेवाल एवं वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।आगे पढ़ें 

सचिवालय के लोक सूचना अधिकारियों को आरटीआई की बेहतर जानकारी हेतु प्रोत्साहित करते हुए सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि सूचना के अधिकार के मजबूत होने से व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ने के साथ ही भ्रष्टाचार पर अंकुश लगता है। आरटीआई से सरकारी कार्मिकों में ईमानदारी से कार्य करने की प्रवृति बढ़ती है। सूचना का अधिकार अधिनियम आने से नागरिकों को सरकार के कार्यो की जानकारी प्राप्त करने का अधिकार मिला है।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने शुक्रवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड सूचना आयोग द्वारा सचिवालय के सभी विभागों के लोक सूचना अधिकारियों के लिए आयोजित कार्यशाला में प्रतिभाग किया।

मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखण्ड सूचना आयोग द्वारा सचिवालय के विभिन्न विभागों के लोक सूचना अधिकारियों हेतु आरटीआई पर यह कार्यशाला आयोजित करना सराहनीय पहल है। आरटीआई की बेहतर जानकारी होने से लोक सूचना अधिकारी अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन अधिक कुशलता से कर पाएंगे। इससे अधिक से अधिक अपीलों का निस्तारण प्राथमिक स्तर पर ही हो जाएगा। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि जिला स्तर तथा विभागीय स्तर पर भी आरटीआई पर कार्यशालाओं को आयोजन किया जाना चाहिए। उन्होंने आयोग के कार्यों को अधिकाधिक ऑनलाइन करने की बात कही जिससे अधिकाधिक पारदर्शिता बढ़ेगी तथा दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को सुविधा होगी।

कार्यशाला में सूचना आयुक्त श्री योगेश भट, सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी सहित विभिन्न विभागों के लोक सूचना अधिकारी मौजूद रहे।

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