संवैधानिक अधिकार देने के साथ देश विदेश के समचार पढ़ें Read national and international news while giving constitutional rights to the press
नई दिल्ली : ऑल इंडिया मीडिया कांफ्रेंस का दो दिवसीय आयोजन नई दिल्ली में संपन्न हुआ जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों से आये पत्रकारों ने अपनी उपस्तिथि दर्ज कराकर पत्रकार एकजुटता का सबूत दिया है।
इस आयोजन में देश के विभिन्न मीडिया संगठनों ने एक साथ एक बैनर के नीचे आकर देश में पत्रकारों एवं पत्रकारिता जगत के साथ ही लघु एवं मध्यम समाचार पत्र/पत्रिका आदि को बचाने की आवाज उठाई है। बताते चलें कि इंडियन फेडरेशन ऑफ़ स्मॉल एंड मीडियम न्यूज़पेपर्स (आईएफएसएमएन) को मदर बॉडी मानते हुए नेशनल मीडिया कंफेडरेशन (एनएमसी), राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ (आरपीएम), न्यूज़ मीडिया फेडरेशन (एनएमएफ), साइबर जर्नलिस्ट एसोसिएशन (सीजेए), सामाजिक संस्था वी द प्यूपिल (डब्ल्यूटीपी) के साथ ही कई संगठनों की अम्ब्रेला बॉडी इण्डियन कन्फेडरेशन ऑफ़ मीडियाबॉडीज (आइकॉम) के संयुक्त तत्वाधान में सभी संस्थानों के प्रतिनिधियों से विचार विमर्श कर सभी उपरोक्त संगठनों की संस्थापिका वरिष्ठ पत्रकार पुष्पा पांड्या के नेतृत्व में ऑल इंडिया मीडिया कॉन्फ्रेंस (एआईएमसी) का गठन कर वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर पबित्रा मोहन सामंतराय को नेशनल चीफ कोऑर्डिनेटर, वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर कमल झुनझुनवाला एवं युवा पत्रकार शीबू खान को संचालन की जिम्मेदारी सौंपते हुए आईएफएसएमएन के चेयरमैन अरुण गोयल, कार्यवाहक अध्यक्ष मंजू सुराणा, कोषाध्यक्ष याई के नारायणपूरकर, संस्थापक सदस्य संजीवी, शिवप्रकाश, बालासाहब आम्बेकर सहित कई अन्य वरिष्ठ व कनिष्ठ लोग मौजूद रहे हैं। कार्यक्रम के पहले दिन नई दिल्ली स्थित हौज ख़ास के जगन्नाथ मंदिर प्रांगण में कार्यक्रम की शुरुआत महर्षि पंडितों द्वार वेदपाठ एवं मंत्रोच्चारण के साथ अतिथियों के कर कमलों से दीप प्रज्जवलित कर शुरू हुआ। कार्यक्रम में राष्ट्र की स्थिति एवं मीडिया की भूमिका विषयक गोष्ठी को संबोधित करने की क्रम में सर्वप्रथम अतिथि के रूप में उपस्थित हुए पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री भक्त चरण दास ने मंच से देश के पत्रकारों की दशा पर चिंतन करते हुए वर्तमान की पत्रकारिता पर वक्तव्य दिया वहीं इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की रानाघाट लोकसभा सीट के सांसद जगन्नाथ सरकार, ओडिशा की बरगढ़ लोकसभा सीट के सांसद प्रदीप पुरोहित के साथ ही डॉक्टर गिरधारी मोहंती (पूर्व महानिदेशक, डीएवीपी (सीबीसी) एवं प्रेस रजिस्ट्रार जनरल, आरएनआई (पीआरजीआई)), अरुण जोशी (सेवानिवृत अपर निदेशक, जनसंपर्क विभाग, राजस्थान सरकार), मैथ्यू नेदुमपुरा (वरिष्ठ अधिवक्ता, बॉम्बे हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडियाा) तथा मुख्य वक्ता के रूप में विवेक शुक्ला (प्रख्यात लेखक, वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तम्भकार) ने अपनी बात भी रखी। कार्यक्रम का कुशल संचालन शीबू खान द्वारा किया गया। *देश के पत्रकारिता करने वालों ने कोरोना काल में 350 से ज्यादा पत्रकार साथियों ने राष्ट्रीय कार्यक्रम में बलिदान दिया और किसी मिडिया संस्थान ने राष्ट्रीय कार्यक्रम में बलिदान हुए पत्रकारिता करने वालों को अछूत समझ कर सरकार के द्वारा अनुग्रह राशि नहीं दिए जाने पर उनके परिवार को उनके हाल पर छोड़ दिया। लोकतंत्र की सरकार के इस असहनीय कृत्य को देखते हुए, आपदा केसमय धरना प्रदर्शन पर बैन होने के बाबजूद अपने निवास स्थान लिखवार गांव गंगोत्री से केदारनाथ वाया कोटालगावँ केमुण्डा खाल प्रतापनगर टिहरी गढ़वाल में “पत्रकारों को संवैधानिक अधिकार” देने के लिए मोन व्रत धरना प्रदर्शन 29 मई 2021 से 5 जून 2021 तक किया इस खबर का प्रकाशन देहरादून से पहाड़ों की गूँज राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र ने किया।**उसका संज्ञान 21 सितंबर को हेट स्पीच के द्वारा विद्वान वकील अश्वनी कुमार एवं साथी ने उठाते हुए माo सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया.**और 23 नवंबर की डेट में सरकार को कर्यवाही के लिए भेजा।जिसमे अब मा 0 राष्ट्रपति जी को कार्यवाही करनी है। इसके लिए प्रयास करने की आवश्यकता है.यह कार्य डॉ शैलेन्द्र कुमार बिराणी युवा वैज्ञानिक ने किया पत्रकारों की और से उनका धन्यवाद करतें है। इस खबर को देशविदेश में पहाड़ों की गूँज औरwww.ukpkg.com न्यूज़ पोर्टल ने पहुंचाया।इसके फलस्वरूप अमेरिका के सुधी पाठकों ने अमेरिका के राष्ट्रपति जे. बाईडेना तक पहुंचाने का कर 9, 10 दिसम्बर 2021 में अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा 110 राष्ट्रआध्यक्षसों के सम्मेलन में देश के सम्मानित प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि पत्रकारों को हम और अधिकार देकर मजबूत करना चाहते है।इस राष्ट्रीय मुहीम को बढ़ाने के लिए हमने 30 मई को स्व बुद्धि प्रसाद उनियाल पत्रकार की स्मृति में प्रदेश के पत्रकारिता करने वालों के हित लड़ाई लड़ने वाले डॉ वी.डी. शर्मा महा सचिव ने उत्तराखंड पत्रकार एसोसिएशन रजि के द्वारा सम्मानित करने के बाद 7 जून 2023 जून को देहरादून गाँधी पार्क में मेरे साथ पत्रकार श्रीमती शबनम चौहान ने मौन व्रत धरना प्रदर्शन किया।
24 सितंबर को इस राष्ट्रीय समस्या को हल करने के लिए 6 जनवरी 2024 को श्री राम लीला मैदान में प्रेस महाकुम्भ का आयोजन गंगा जल कलश पूजा कर नगर परिक्रमा कर किया गया। इस आयोजन में माo और प्रधानमंत्री जी द्वारा 9 10 दिसम्बर 2021 को विश्व के 110 राष्ट्र के समक्ष कहे देश की सच कहने एवं पूरा करने के लिए साधुवाद दिया*इस से पूर्व बलिदान देने वाले पत्रकारिता करने वालों की आत्मा शान्ति के लिए पिंड दान तर्पण किया गया अंत में सभी अतिथियों को उपहार देकर विदा किया गया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने वहीं भोजन भी किया।
देश विदेश से यह अभिनव कार्य की कपिल कुमार शर्मा बेलजीयम भूरी भूरी सराहना की गईं। ज़ब देवताओं को किसी लक्ष्य में सफलता नहीं मिलती है तो प्रदेश स्तर पर शबनम चौहान पत्रकार एवं राष्ट्रीय स्तर पर पुष्पा पांडये जीने जिम्मेदारी का निर्वाहन कर पत्रकारिता करने वालों की लड़ाई आगे बढ़ा रही है उनको बधाई देते हुए शुभकामनायें प्रेषित करतें है।
अब दूसरे प्रयास में उत्तराखण्ड पोर्टल एसोसिएशन प्रदेश प्रदेश में जाकर बतावरण बनाते हुए मा o सांसदों की स्वीकृति कर सरकार को भेजनें का निर्णय हरिद्वार में लिया गया। दिल्ली के सम्मेलन के अंत में सभी अतिथियों को उपहार देकर विदा किया गया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों ने वहीं भोजन भी किया। इसी कड़ी में दूसरे दिन कार्यक्रम का आयोजन शास्त्री भवन के निकट प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में आयोजित हुआ जहाँ मीडिया के समक्ष वर्तमान चुनौतियां एवं अवसर विषयक गोष्ठी पर मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के पूर्व सदस्य एवं प्रेस एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष छायाकांत नायक के साथ ही अतिथि के रूप में दूरदर्शन के पूर्व महानिदेशक अशोक गुप्ता, सूचना विभाग के फिल्म डिवीजन के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी वारियम मस्त के साथ ही मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर डॉक्टर बी के साहू (विभागाध्यक्ष – अर्थशास्त्र, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ फॉरेन ट्रेड) ने तय विषय के साथ ही पत्रकारिता के अन्य मुद्दों पर भी व्याख्यान किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभिन्न राज्यों से आये पत्रकारों ने भी संबोधित किया। इस दौरान सभी मीडिया लीडर्स का सम्मान भी किया गया तथा उपस्थित सभी पत्रकारों को प्रशस्ति पत्र भी दिया। समूचे कार्यक्रम में लगातार मीडिया पालिका को संवैधानिक रूप से लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भारत के राजपत्र (गजट) पर घोषित किया जाए, देश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए, मीडिया आयोग का गठन किया जाए, देश में तहसील स्तर या उससे भी निचले स्तर (ब्लॉक या पंचायत) स्तर पर पत्रकारों की पहचान करते हुए राष्ट्रीय पत्रकार रजिस्टर बनाया जाए , हर जनपद के साथ ही तहसील स्तर तक पत्रकार भवनों का निर्माण कराया जाए, पत्रकार संगठनों को भारतीय चुनाव आयोग की तर्ज पर जिस तरीके से राजनैतिक दलों को चुनाव लडने के लिए 6 माह में वैध कर दिया जाता है तो पत्रकार संगठनों को नोटीफाइड करने में इतने सालों का नियम भारतीय प्रेस परिषद द्वारा निरस्त कर चुनाव आयोग की नियमावली पर तय करें , पत्रकारों को मानदेय एवं पेंशन की व्यवस्था की जाए, पत्रकारों को दुर्घटना बीमा के साथ ही हेल्थ बीमा तथा जीवन बीमा की भी व्यवस्था सरकार द्वारा की जाए, पत्रकारों को शासन की योजनाओं में प्राथमिकता दी जाए, पत्रकारों के परिवार को अच्छी शिक्षा और अच्छे स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए, पत्रकारों पर लगे फर्जी मुकदमें वापस लिए जाएं, किसान सम्मान निधि की तर्ज पर मीडिया सम्मान निधि चलाई जाए, लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों को जिंदा रखने हेतु विज्ञापन नीति में बदलाव किया जाय, लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों को लेवी मुक्त करने के साथ ही कागज खरीदी पर जीएसटी खत्म करें, पत्रकारों को भूखंड आदि की व्यवस्था की जाए, हर पत्रकार संगठन को कार्यालय हेतु भूखण्ड उपलब्ध कराएं, डिजिटल मीडिया को बढ़ावा दें न कि उसको खत्म किया जाए, पत्रकारों को हर जगह पर वीडियो बनाने और ऑडियो रिकॉर्ड करने का अधिकार दें, मान्यता नीति आसान करें, पत्रकारिता एवं जनसंचार के पासआउट व्यक्तियों को मान्यता देने की प्रक्रिया बेहद आसान कराई जाए, पत्रकार मजदूर नहीं है इसलिए उसे लेबर कोर्ट से हटाया जाए, महिला पत्रकारों को एडवांस सेफ्टी दिया जाए जैसी मांगों को मंच से उठाया गया है। कार्यक्रम के अंत में मंजू सुराणा एवं शीबू खान के नेतृत्व में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया से लेकर शास्त्री भवन तक कैंडल/प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया जिसमें कोरोना काल से लेकर अब तक शहीद हुए पत्रकारों एवं जनमानस की क्षति को श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिसके बाद पत्रकार सुरक्षा, मीडिया पालिका एवं डिजिटल मीडिया जैसे कानून की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की गई है। इस दौरान देश के विभिन्न प्रांतों से आए पत्रकारों ने भी हिस्सा लिया। आगे पढ़ें
देहरादून
01/10/2024
पहाड़ों में तैनात विशेषज्ञ चिकित्सकों को दिया जायेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन भत्ता -डॉ आर राजेश कुमार
स्वास्थ्य सचिव बोले चिकित्सक हमारे परिवार का अहम हिस्सा, संघ की हर न्यायोचित मांग का होगा समाधान- डॉ आर राजेश कुमार
स्वास्थ्य सचिव और प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ पदाधिकारियों के बीच सकारात्मक रही बार्ता, 9 सूत्रीय मांगों में से 8 पर बनी सहमति
देहरादून। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा चिकित्सक हमारे परिवार का अहम हिस्सा हैं। प्रांतीय चिकित्सा संघ की मांगों को लेकर शासन बेहद गंभीर है। राज्य सरकार ने पहाड़ों में तैनात विशेषज्ञ चिकित्सकों को 50 प्रतिशत प्रोत्साहन भत्ता देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ की हर न्यायोचित मांग का समाधान करने के लिए शासन लगातार प्रयासरत है।
देहरादून स्थित सचिवालय में स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार और प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के पदाधिकारियों के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के पदाधिकारियों ने अपनी नौ सूत्रीय मांगों को एक-एक कर स्वास्थ्य सचिव के सम्मुख रखा। जिन पर विस्तार से चर्चा हुई। स्वास्थ्य सचिव और प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के प्रतिनिधियों के बीच हुई पहली बैठक सकारात्मक रही। शासन ने डाक्टरों की नौ में से आठ मांगों पर सैद्धांतिक सहमति जतायी है। सचिव स्तरीय दो मांगें तुरंत मान ली गयी हैं और एक मांग पर जल्द निर्णय लिया जा सकता है। प्रांतीय चिकित्सा संघ ने वार्ता के लिए स्वास्थ्य सचिव का आभार व्यक्त किया।
बैठक के बाद स्वास्थ्य सचिव डा. राजेश कुमार ने कहा कि वार्ता सकारात्मक रही है। सरकार डाक्टरों की सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रही है। आठ मांगें मान ली गयी हैं। डीपीसी और एसडीएसीपी के आदेश जल्द जारी कर दिये जाएंगे। इसके अलावा अधिसंख्य दंत चिकित्सकों के रिक्त पदों के सापेक्ष समायोजन के मामले पर भी सहमति बन गई है। उन्होंने कहा मांगों का समाधान बार्ता से निकलता है। सचिव स्वास्थ्य ने प्रदेश के सभी चिकित्सकों से अपील करते हुए कहा कि वह हमेशा की तरह पूरे मनोयोग व निष्ठा के साथ कार्य करते रहें, उनकी मांगों के समाधान और सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।
प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के प्रतिनिधियों का कहना है कि स्वास्थ्य सचिव से हुई वार्ता सकारात्मक रही है। उन्होंने कहा यदि डाक्टरों की डीपीसी और एसडीएसीपी के कार्यादेश जारी कर दिया जायेगा तो चार अक्टूबर से प्रस्तावित हड़ताल पर संघ द्वारा पुनः विचार किया जाएगा।
बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य अनुराधा पाल, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तारा आर्य, संयुक्त निदेशक डॉ अजीत मोहन जौहरी, प्रान्तीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के अध्यक्ष मनोज वर्मा, महासचिव डॉ रमेश कुंवर, उपाध्यक्ष डॉ मीता श्रीवास्तव सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: *मुख्यमंत्री ने ली देर शाम कैम्प कार्यालय में अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक*
*आपदा से क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में पुनर्निर्माण हेतु समयबद्ध कार्यवाही की जाए- मुख्यमंत्री*
*पुनर्निमाण कार्यों हेतु अधिकारियों की जिम्मेदारी की जाए तय- मुख्यमंत्री*
*डेंगू रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग सहित सभी मिलकर कार्य करें- मुख्यमंत्री*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरियाणा चुनाव प्रचार से वापस आकर देर शाम मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में आपदा से हुए क्षतिग्रस्थ सड़क मार्गों व पेयजल लाइनों को अभियान के तहत पुनः सुचारू करने, डेंगू की रोकथाम, चारधाम यात्रा समेत विभिन्न विषयों पर विस्तृत दिशा निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश का मौसम लगभग समाप्त हो गया अतः सड़कों के निर्माण और मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया जाए। मानसून के दौरान आपदा में जो भी पेयजल और बिजली की लाइन सहित संपर्क मार्ग क्षति ग्रस्त हुए हैं उन्हें प्राथमिकता से ठीक किया जाए । मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून के दौरान सभी विभागों के सामने विभिन्न चुनौतियां थी लेकिन अब इस अभियान में कोई भी लापरवाही बरदाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आपदा से जहां-जहां नुक़सान हुआ है।उसके पुनर्निर्माण हेतु समय बद्ध कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए।
*मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि इस अभियान के लिए हर अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाए ।*
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा को लेकर समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून के बाद दीपावली तक पुनः धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी ऐसे में किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा अच्छी चल रही है, यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका ध्यान रखा जाए।
*डेंगू रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग सहित सभी मिलकर कार्य करें- मुख्यमंत्री*
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में डेंगू की रोकथाम के लिए किए हा रहे प्रयासों पर समीक्षा करते हुए कहा कि डेंगू के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं।इस पर रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग सहित सभी मिलकर कार्य करें।और प्रभावी नियंत्रण करें। मुख्यमंत्री ने नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में साफ़ सफ़ाई पर विशेष दिए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव डॉ. आर.के.सुधांशु, सचिव श्री शैलेश बगौली, गढ़वाल आयुक्त एवं सचिव विनय शंकर पांडेय, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: *बुधवार, 02 अक्टूबर 2024 को 10:30 बजे सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम मीडिया सेंटर सचिवालय में प्रेस वार्ता करेंगे।🙏🏻🙏🏻*
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: *भारतीय स्वाधीनता संग्राम को नई दिशा देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं ‘जय जवान – जय किसान’ का उद्घोष करने वाले, कर्तव्यनिष्ठ व देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें शासकीय आवास पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी।*
https://x.com/pushkardhami/status/1841325201197347141?s=08
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: *LIVE: रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर (उ.प्र.) में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम*
https://youtube.com/live/hRCGStkDU5k?feature=share
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने गांधी जयंती और शास्त्री जयंती के अवसर पर सचिवालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माल्यार्पण कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया | इस अवसर पर भारतखंडे संगीत महाविद्यालय द्वारा गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन का समवेत गायन किया गया |
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि प्रतिवर्ष आज के दिन हम दो महान नेताओं गांधी जी एवं शास्त्री जी को याद करते हैं | राष्ट्रपिता गाँधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन मे एक सम्पूर्ण दर्शन समाहित है, जिससे हमें जीवन के बहुत से मानवीय मूल्यों को बनाए रखने की प्रेरणा मिलती है | महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज भी हमारे लिए प्रासंगिक हैं। हमें उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करना चाहिए, ताकि हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकें। हमें सत्य, अहिंसा और प्रेम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा लेनी चाहिए। महात्मा गांधी का जीवन हमें सिखाता है कि सच्चाई और मानवता की सेवा सबसे महत्वपूर्ण है।
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि सरकारी सेवकों द्वारा जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए अपने कर्तव्यों और उत्तरदायित्व का पालन पूरी मानवीयता एवं संवेदनशीलता से किया जाना ही उनके द्वारा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी |
इस अवसर पर सचिवालय के समस्त अधिकारी- कर्मचारी मौजूद रहे |
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को शहीद स्थल कचहरी, देहरादून में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले सभी राज्य आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने नये राज्य के लिए अनेक सपने देखे थे। उनके सपनों के अनुरूप उत्तराखंड राज्य बनाने की दिशा में राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उत्तराखण्ड को देश का आदर्श राज्य बनाने की दिशा में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। जन अपेक्षाओं के अनरूप उत्तराखण्ड का विकास किया जा रहा है।
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर रिंग रोड स्थित सूचना निदेशालय में उनके चित्रों पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अहिंसा का जो मार्ग दिखाया, हमें अपने जीवन में उनके सिद्धांतों का पालन करते हुए समाज में शांति, समृद्धि और सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में कार्य करना चाहिए। गांधी जी के सत्य और अहिंसा के आदर्श हम सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के मूल्यों और सिद्धान्तों पर आधारित जीवनशैली के आदर्शों का अनुसरण करते हुए हमें जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।
इस अवसर पर अपर निदेशक श्री आशिष कुमार त्रिपाठी और उपनिदेशक श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव सहित सूचना निदेशालय के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: *धामी सरकार ने तीन साल में शुरु किए दो मेडिकल कॉलेज*
*अल्मोड़ा के बाद अब हरिद्वार मेडिकल कॉलेज भी शुरू*
*दोनों जगह फर्स्ट इयर में बढ़ी 200 एमबीबीएस सीटें*
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के तीन साल के कार्यकाल के दौरान, उत्तराखण्ड में दो नए मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं। धामी सरकार के कार्यकाल के दौरान 2022 में अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुका है, और अब इसी सत्र से हरिद्वार मेडिकल कॉलेज भी शुरू होने जा रहा है। दोनों जगह की कुल 200 नई सीटें जुड़ने से उत्तराखण्ड में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में मेडिकल सीटों की संख्या बढ़कर 625 हो गई है।
पुष्कर सिंह धामी सरकार के कार्यभार ग्रहण करने से पहले प्रदेश में श्रीनगर, देहरादून और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज ही संचालित हो रहे थे। हालांकि तब तक अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज और हरिद्वार मेडिकल कॉलेज पर भी काम शुरू हो चुका था। कार्यभार ग्रहण करने के तत्काल बाद प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के साथ ही एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाने के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन दोनों मेडिकल कॉलेजों को प्राथमिकता पर शुरू करने के निर्देश दिए। जिसके बाद दोनों मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर पूरा किया गया। जिसमें से अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज का निर्माण पहले पूरा होने पर यहां 2022 से ही मेडिकल की पढ़ाई शुरू हो चुकी है। अब इसी क्रम में हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण कार्य पूरा होने से इसी शैक्षिक सत्र से यहां भी एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश का रास्ता साफ हो गया है।
मेधावी छात्रों को मौका
केंद्र सरकार ने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 100 मौजूदा शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए 100 सीटें मंजूर कर दी हैं। इसके लिए अब काउंसिलिंग शुरू की जा रही है। इससे प्रदेश के और अधिक बच्चों को एमबीबीएस करने का मौका मिलेगा, इसके लिए उन्हें सरकारी फीस ही चुकानी है।
उत्तराखंड में सरकारी मेडिकल कॉलेज और सीटें
देहरादून – 150
हल्द्वानी -125
श्रीनगर – 150
अल्मोड़ा – 100
हरिद्वार -100
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कुल 625
*हमारी सरकार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के जरिए जहां स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार कर रही है, वहीं इससे मेधावी छात्रों को भी अपने प्रदेश में ही मेडिकल की पढ़ाई सस्ती दरों पर करने का मौका मिलेगा। हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए जल्द पहले बैच की काउंसिलिंग शुरू होगी, जल्द ही पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा करते हुए जरूरी मान्यता दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।*
*पुष्कर सिंह धामी*
*मुख्यमंत्री, उत्तराखंड*
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: *राज्य की जी.एस.डी.पी में 20 माह में हुई 1.3 गुना वृद्धि*
*दो सालों में राज्य की प्रति व्यक्ति आय में हुई 26 प्रतिशत वृद्धि ।*
*भारत सरकार के पी.एल.एफ.सर्वेक्षण के अनुसार राज्य में लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट, वर्क पॉपुलेशन रेशियो में हुई वृद्धि।*
*उत्तराखण्ड में एक साल में बेरोजगारी दर 4.4 प्रतिशत हुई कम।*
*राज्य में वर्क पॉपुलेशन रेशियो में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।*
*सचिव डॉ.आर.मीनाक्षी सुंदरम ने मीडिया सेंटर सचिवचालय में मीडिया से वार्ता कर दी जानकारी।*
सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने बुधवार को मीडिया सेंटर सचिवालय में मीडिया से औपचारिक वार्ता करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा 2022 में आगामी 05 वर्षों में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जी.एस.डी.पी.) को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया। राज्य की जी.एस.डी.पी में पिछले 20 माह में 1.3 गुना वृद्धि हुई है।
राज्य की प्रति व्यक्ति आय 2021-22 में 02 लाख 05 हजार रूपये थी 2023-24 में यह बढ़कर 02 लाख 60 हजार रूपये हो गई है। पिछले दो सालों में राज्य की प्रति व्यक्ति आय में 26 प्रतिशत वृद्धि हुई है। राष्ट्रीय स्तर पर दो सालों में प्रतिव्यक्ति आय 01 लाख 50 हजार 906 से बढ़कर 01 लाख 84 हजार हुई है। राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रति व्यक्ति आय में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सचिव डॉ.आर. मीनाक्षी सुंदरम ने जानकारी दी कि भारत सरकार के पी.एल.एफ.सर्वेक्षण के अनुसार राज्य का 2022- 23 में लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट 15 से 29 आयु वर्ग में 43.7 प्रतिशत था जो 2023-24 में बढ़कर 49 प्रतिशत हो गया है। इसी प्रकार राज्य का वर्क पॉपुलेशन रेशियो 37.5 प्रतिशत से बढ़कर 44.2 प्रतिशत हो गया है। 15 से 59 आयु वर्ग में लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट 60.1 से बढ़कर 64.4 प्रतिशत और वर्क पॉपुलेशन रेशियो 57.2 से बढ़कर 61.2 प्रतिशत हो गया है। राज्य में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों का लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट 56 से बढ़कर 60.7 प्रतिशत और वर्क पॉपुलेशन रेशियो 53.5 से बढ़कर 58.1 हो गया है।
राज्य में वर्क पॉपुलेशन रेशियो में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। 15 से 29 आयु वर्ग में यह 26.1 प्रतिशत से बढ़कर 32.4 प्रतिशत और 15 से अधिक आयु वर्ग में 37 प्रतिशत से बढ़कर 43.7 प्रतिशत हुई है। राज्य में लखपति दीदी योजना और महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने की वजह से भी महिलाओं के वर्क पॉपुलेशन रेशियो में वृद्धि हुई है।
राज्य में 15 से 29 आयु वर्ग में बेरोजगारी दर में कमी आई है।
2022-23 में राज्य का बेरोजगारी दर 14.2 प्रतिशत था जो 2023-24 में घटकर 9.8 प्रतिशत रह गई है। उत्तराखण्ड में एक साल में बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है। राज्य सरकार की नई नीतियों और पुरानी नीतियों में संशोधन व रोजगार और स्वरोजगार के लिए चलाये गये कार्यक्रमों से भी जीएसडीपी में वृद्धि हुई है। राज्य में पर्यटन, विनिर्माण क्षेत्र और सरकारी नौकरियों में लोगों को अधिक रोजगार मिला है।
इस अवसर पर महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी,सी.पी.जी.जी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मनोज पंत उपस्थित थे।
[02/10, 3:37 pm] JM Painuli Editor पहाडोंक: *मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर, (उ.प्र.) में राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को दी श्रद्धांजलि।*
*रामपुर, गोलीकांड में शहीद हुए प्रत्येक राज्य आंदोलनकारी की शहीद स्थल रामपुर में लगाई जाएगी प्रतिमा : मुख्यमंत्री।*
*शहीदों के बलिदान एवं परिश्रम से हमें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ।*
*उत्तराखंड राज्य के बेहतर भविष्य के लिए दिया आंदोलनकारियों ने अपना बलिदान।*
*मातृशक्ति और युवाओं को आगे आकर, समाज का प्रहरी बनकर डेमोग्राफी को संरक्षित करने का दायित्व निभाना है।*
*उत्तराखंड में सख्त भू-कानून लाने की तैयारी कर रही है राज्य सरकार।*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को शहीद स्थल रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर, (उ.प्र.) में उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए शहीद स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रामपुर तिराहा गोलीकांड में शहीद हुए प्रत्येक राज्य आंदोलनकारी की याद में शहीद स्थल रामपुर में उनकी प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शहीद स्थल के लिये भूमि दान करने वाले दिवंगत महावीर शर्मा की प्रतिमा का भी शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों के बलिदान एवं परिश्रम से हमें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ है। पृथक उत्तराखंड राज्य के लिए चलाए गए आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों को अनेकों यातनाओं और अत्याचारों को सहना पड़ा था। 2 अक्टूबर 1994 को रामपुर तिराहे पर घटित हुए गोली कांड राज्य आंदोलन का सबसे क्रूर और गहरा जख्म देने वाला अध्याय रहा। शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने जा रहे आंदोलनकारियों पर हुए अत्याचारों से मिले घावों को कोई भी उत्तराखंडवासी भुला नहीं सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण और बेहतर भविष्य के लिए आंदोलनकारियों ने अपना वर्तमान बलिदान कर दिया था। उत्तराखण्ड की जनता सदैव इन वीरों की ऋणी रहेगी। उन्होंने कहा राज्य निर्माण आंदोलन में राज्य की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग किया, राज्य की महिलाएं कभी अत्याचारों के आगे नहीं झुकी। जिस राज्य के निर्माण के लिए हमारे आंदोलनकारियों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर दिए। राज्य सरकार उस उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना हेतु रात दिन कार्यरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शहीद आंदोलनकारियों के आदर्शों और उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।विकल्प रहित संकल्प के मूलमंत्र पर चलते हुए उत्तराखंड में विभिन्न योजनाओं के जरिए राज्य के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास की धारा पहुंचाने के प्रयास जारी हैं। राज्य सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण लागू किया है । शहीद आंदोलनकारियों के परिवारों को पेंशन देने के साथ ही, आंदोलन के दौरान जेल जाने वाले और घायल हुए सभी सक्रिय आंदोलनकारियों को प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। राज्य आंदोलनकारियों को बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक राज्य की परिकल्पना में हमारे प्रदेश की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने की चिंता भी शामिल थी। राज्य सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को संरक्षित रखने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। डेमोग्राफी को संरक्षित करने का का दायित्व हर किसी ने निभाना है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में सख्त धर्मांतरण रोधी कानून लागू किया गया है। सरकारी भूमि से अतिक्रमण को हटाने का कार्य जारी है। अब तक 5000 एकड़ से अधिक सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया है। राज्य में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून और दंगा रोधी कानून भी लागू किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर नागरिक को समान अधिकार देने उद्देश से समान नागरिक संहिता का अधिनियम पास किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार बहुत जल्द उत्तराखंड में सख्त भू-कानून को लाने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए सभी स्टेकहोल्डर, विशेषज्ञों, आंदोलनकारियों से विचार विमर्श किया जा रहा है। उन्होंने कहा नीति आयोग द्वारा जारी किए गए सतत् विकास लक्ष्यों की रैंकिंग में उत्तराखंड को पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। उत्तराखंड, निवेशकों की पहली पसंद बन रहा है जिसकी वजह से हमारे राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होने शुरु हो गए हैं। राज्य GDP की तर्ज पर GEP की गणना करने वाला देश का प्रथम राज्य बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और सहयोग से हम उत्तराखंड को श्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने के लिए प्रतिबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा जब तक हम आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड नहीं बना लेते, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक ने शहीद राज्य आंदोलनकारियो को नमन करते हुए कहा कि वीर सपूतों की बदौलत हमें राज्य मिला है। उन्होंने कहा रामपुर तिराहा कांड सत्य और अहिंसा की कड़ियों से जुड़ा हुआ है। उत्तराखंड की महिलाओं ने इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने कहा सन 2000 में तीन राज्यों का गठन हुआ था। जिसमें उत्तराखंड राज्य विकास के क्षेत्र में सबसे आगे है। केंद्र एवं राज्य सरकार के प्रयासों से राज्य निरंतर नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
इस अवसर पर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव , उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन समिति श्री विनय रौहेला, विधायक श्री प्रदीप बत्रा, जिला अध्यक्ष भाजपा ( मुजफ्फरनगर) श्री सुधीर सैनी, श्रीमती मीनाक्षी स्वरूप, सचिव हरिचंद्र सेमवाल, जिलाधिकारी हरिद्वार श्री कर्मेंद्र सिंह एवं अन्य लोग मौजूद रहे।